खास बातें
- संसद पर हमले की 22वीं बरसी पर हुई सुरक्षा में चूक
- मामले में 5 आरोपी गिरफ्तार, एक की तलाश जारी
- गृह मंत्रालय ने दिए मामले की जांच के आदेश
नई दिल्ली:
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने (Parliament Security Breach) के मामले में चारों आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. वहीं, इस मामले के मास्टरमाइंड ललित झा ने सरेंडर कर दिया है. संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में 6 आरोपी सामने आए थे. दो युवक लोकसभा के अंदर गए थे और हंगामा करते हुए कलर स्मोक छोड़ा. एक महिला और एक पुरुष ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया. गुरुवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. दिल्ली पुलिस ने 15 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट से 7 दिन की रिमांड मिली.
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संसद की सुरक्षा में सेंध की साजिश में दो और लोग शामिल थे. इनमें से एक विक्की शर्मा ने सभी को अपने घर में ठहराया था. उसे पुलिस ने पत्नी समेत हिरासत में ले लिया. हालांकि, पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया. गुरुवार देर रात ललित झा ने कर्तव्य पथ पुलिस थाने जाकर सरेंडर किया. यहां से उसे स्पेशल सेल के हवाले कर दिया गया है. पूरे मामले की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने कमिटी बनाई है. कमिटी ने जांच शुरू भी कर दी है.
पढ़े लिखे हैं सभी आरोपी
चारों आरोपी पढ़े लिखे हैं. नीलम 42 साल की है और पेशे से टीचर है, साथ ही सिविल सेवा की पढ़ाई कर रही है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि ललित झा ने सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अमोल शिंदे और विक्की शर्मा को बुधवार सुबह गुरुग्राम बुलाया था.
इस घटना के बाद पार्लियामेंट के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई. गुरुवार को संसद के अंदर जाने वालों की जूते उतरवाकर चेकिंग की गई. अगले आदेश तक विजिटर्स गैलरी को बंद कर दिया गया है.
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