नेतन्याहू ने माना अमेरिका से मतभेद हैं: कहा- मदद के लिए US के शुक्रगुजार भी हैं; अमेरिकी रक्षा मंत्री इजराइल आएंगे

तेल अवीव2 घंटे पहले

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बेंजामिन नेतन्याहू ने पहली बार माना है कि कुछ मुद्दों पर उनके और अमेरिका के बीच सहमति नहीं बन सकी है। (फाइल) - Dainik Bhaskar

बेंजामिन नेतन्याहू ने पहली बार माना है कि कुछ मुद्दों पर उनके और अमेरिका के बीच सहमति नहीं बन सकी है। (फाइल)

इजराइल और हमास की जंग के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिनि नेतन्याहू ने पहली बार माना है कि उनके अमेरिका से कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं। हालांकि, उन्होंने मदद के लिए अमेरिका का शुक्रिया भी अदा किया है।

इस बीच, वॉशिंगटन पोस्ट ने खबर दी है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन जल्द ही इजराइल दौरे पर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि ऑस्टिन बंधकों की रिहाई और सीजफायर पर प्रेसिडेंट जो बाइडेन का कोई मैसेज नेतन्याहू को दे सकते हैं।

गलती नहीं दोहराएगा इजराइल

  • ‘हेयोम पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने एक वीडियो स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें कहा- 1990 के दशक में हमने ओस्लो अकॉर्ड के रूप में एक गलती की थी। एक समझौता किया था। अब हम इसे दोहराना नहीं चाहते। अमेरिका से कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं है। इसके बावजूद हम मदद के लिए उनके शुक्रगुजार हैं।
  • नेतन्याहू ने माना कि जंग के बाद के हालात को लेकर उनके और बाइडेन के बीच मतभेद हैं। हमने ग्राउंड ऑपरेशन का फैसला काफी विचार के बाद किया था और अब यह तभी खत्म होगा जब हमास का खात्मा कर दिया जाएगा। बंधकों की रिहाई पर कुछ चीजें चल रही हैं। सही वक्त पर ये बताई जाएंगी।
  • इजराइली प्रधानमंत्री ने आगे कहा- हम जंग कैसे खत्म कर दें। हमारे नागरिकों और सैनिकों ने बेशुमार कुर्बानियां दी हैं। उन लोगों को खत्म किया जाएगा जिन्होंने हैवानियत दिखाई है।

लॉयड ऑस्टिन आएंगे

  • अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन जल्द ही इजराइल दौरे पर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि बाइडेन ने उन्हें खास तौर पर कुछ मैसेज लेकर इजराइल जाने को कहा है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक- इजराइली डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट के न्योते पर ऑस्टिन तेल अवीव आ रहे हैं।
  • ऑस्टिन का यह दौरा इसलिए भी खास है, क्योंकि अमेरिका इजराइल पर यह दबाव डाल रहा है कि वो गाजा में आम लोगों को बचाने के लिए सख्त कदम उठाए। हालांकि, इजराइल का यह कहना है कि आम नागरिकों की ओट लेकर हमास आतंकी हमले कर रहे हैं।
  • एक रिपोर्ट के मुताबिक- ऑस्टिन किसी भी सूरत में इजराइल से सीजफायर के लिए नहीं कहेंगे। उनका पूरा फोकस इस बात पर होगा कि इजराइली सरकार और सेना गाजा में आम लोगों के लिए राहत के रास्ते खोले।
अमेरिका इजराइल पर यह दबाव डाल रहा है कि वो गाजा में आम लोगों को बचाने के लिए सख्त कदम उठाए। हालांकि, इजराइल कोई राहत देता नजर नहीं आता।

अमेरिका इजराइल पर यह दबाव डाल रहा है कि वो गाजा में आम लोगों को बचाने के लिए सख्त कदम उठाए। हालांकि, इजराइल कोई राहत देता नजर नहीं आता।

गाजा को मदद देगा वर्ल्ड बैंक
वर्ल्ड बैंक ने मंगलवार को ऐलान किया कि वो गाजा की मदद के लिए फौरन 20 लॉख डॉलर दे रहा है। यह 35 मिलियन डॉलर के रिलीफ पैकेज का हिस्सा हैं, जिसका कुछ दिन पहले ऐलान किया गया था।

अब तक यह साफ नहीं किया गया है कि गाजा में यह मदद किसे और किस रूप में दी जाएगी। इसकी वजह यह है रेडक्रॉस और बाकी संगठन कह चुके हैं कि गाजा में हालात ऐसे नहीं हैं कि वहां के नागरिकों को सीधी मदद पहुंचाई जा सके।

तेल अवीव में लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस के सामने प्रदर्शन किए। ज्यादातर लोगों के हाथ में बैनर थे। इन पर लिखा था- बंधकों को वापस लेकर आओ।

तेल अवीव में लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस के सामने प्रदर्शन किए। ज्यादातर लोगों के हाथ में बैनर थे। इन पर लिखा था- बंधकों को वापस लेकर आओ।

बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन
इजराइल में एक बार फिर हमास की कैद में मौजूद बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन हुए हैं। तेल अवीव में लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस के सामने प्रदर्शन किए। ज्यादातर लोगों के हाथ में बैनर थे। इन पर लिखा था- बंधकों को वापस लेकर आओ। एक प्रदर्शनकारी ने कहा- अब भी 138 बंधक हमास की कैद में हैं। हम नहीं जानते वो किस हाल में हैं। उन्हें जल्द से जल्द वापस लाना होगा।

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