Budget session 2023: भारत की विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान: वित्त मंत्री

संसद के बजट सत्र (Budget Session) की शुरुआत हो गई है. निर्मला सीतारमण ने मंगलवार आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) को पेश किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupdi Murmu) के अभिभाषण के बाद इसे पेश किया गया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के तुरंत बाद बजट सत्र की कार्यवाही के लिए सांसद लोकसभा  पहुंचे. बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलने वाला है. वहीं दूसरा चरण 13 मार्च से आरंभ होगा, जो छह अप्रैल तक चलने वाला है. बजट सत्र के दौरान 27 बैठकें रखीं गई हैं. 

आर्थिक सर्वे के एक अनुमान के अनुसार, साल 2022-23 में आर्थिक विकास दर 7 फीसदी रहने के आसार हैं। बीते साल जब 2021-22 के लिए आर्थिक सर्वे रिपोर्ट को पेश किया गया, तब 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 8 से 8.5 फीसदी की दर से विकास का अनुमान लगाया गया था. यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध और वैश्विक आर्थिक संकट की वजह से आर्थिक विकास दर बीते वर्ष बताए अनुमान से  कम रह सकती है.

आर्थिक सर्वे के अनुसार, कोरोना संकटकाल में हुए नुकसान की भरपाई हो गई है। कोरोना की वजह से कृषि पर न्यूनतम असर देखा गया है. उच्च महंगाई दर से निजी निवेश बेअसर हो चुका है। हालांकि कोरोना के कारण दो साल मुश्किल भरे रहे हैं। कोरोना के साथ महंगाई ने भी नीतियों को असर डाला है। 

लोकसभा की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित

वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण पेश करके बाद लोकसभा की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है.  कल बजट पेश किया जाएगा।  

विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान: वित्त मंत्री

आर्थिक सर्वे लोकसभा में रखा गया. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने  2023-24 में विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. यह रिपोर्ट सदस्यों को पोर्टल पर दी जाएगी. रिपोर्ट में भारतीय अर्थव्यवस्था सभी क्षेत्रों में व्यापक आधार में सुधार रखा गया। ये आगे बढ़ने की स्थिति में है। 

महिलाओं के स्वास्थ्य में भी पहले से ज्यादा सुधार हुआ: राष्ट्रपति मुर्मू 

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, मेरी सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं के मूल में महिला सशक्तिकरण रहा है। आज हम ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की सफलता देख रहे हैं। देश में पहली बार,नहीं। महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है और महिलाओं के स्वास्थ्य में भी पहले से ज्यादा सुधार हुआ है।

 

मेरी सरकार ने हमेशा देशहित को सामने रखा: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है। नीति और फैसलों में बेहतर इच्छाशक्ति को दिखाया। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर जवाबी कार्रवाई तक। एलओसी से लेकर एलएसी तक सरकार   ने हर तरफ काम किया है। मेरी सरकार ने 370 से लेकर तीन तलाक पर काम किया। दुनिया के आज कई देश संकट से घिरे हैं, मगर उनकी सरकार ने जो भी निर्णय लिया, उसकी वजह से भारत की स्थिति उन देशों से बिल्कुल अलग है। उनकी सरकार का मानना है  कि भ्रष्टाचार सामाजिक न्याय का दुश्मन है। ऐसे में भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई जारी है।

भारत में आज जनकल्याण को सर्वोपरि रखने वाली सरकार मौजूद: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मेरी सत्ता राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में लगी है. यह सपनों को पूरा करने वाली सरकार है. आज भारत में गरीबी के स्थाई हल और उनके स्थायी सशक्तीकरण को लेकर सरकार काम कर रही है। भारत में आज जनकल्याण को सर्वोपरि रखने वाली सरकार मौजूद है. देश में आज प्रगति के साथ ही प्रकृति को संभालने वाली सरकार है. 

नौ वर्षों में भारत के लोगों ने कई परिवर्तन देखे: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि विकास के कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए उनकी सरकार को कुछ ही वर्षों में नौ वर्ष पूरे होंगे। मेरी सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने कई परिवर्तन पहली बार देखे हैं।  इनमें सबसे बड़ा बदलाव भारत का आत्मविश्वास है। जो भारत पहले अधिकांश समस्याओं के हल के लिए दूसरों पर निर्भर था। वह आज  दूसरों की समस्याओं का समाधान बनकर उभरा है। 

बड़ी योजनाओं में भ्रष्टाचार से देश को अब मुक्ति​ मिल रही: राष्ट्रपति

जिस आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की हम बात करते थे, वह अब बनना  शुरू हुआ है। आज के समय में भारत में ऐसा डिजिटल नेटवर्क बना है, जिससे पूरी दुनिया प्रेर​णा ले रही है। बड़ी योजनाओं में भ्रष्टाचार   से देश को अब मुक्ति​ मिल रही है। पॉलिसी पैरालिसिस को हटाकर फैसले लेने में ये सरकार जानी जाती है। ऐसे में हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। 

हमें नए युग का निर्माण करना है, जिसमें अतीत का गौरव हो: राष्ट्रपति मुर्मू

संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हमें ऐसे भारत का निर्माण करना होगा, जिसमें अतीत का गौरव होना जरूरी है. हमें नए युग का निर्माण करने की आवश्यकता है. हमें ऐसा भारत बनान होगा, जिसमें गरीबी न हो, मध्यम वर्ग वैभव युक्त हो. हमें ऐसा भारत बनाना है, जिसमें युवा समय से दो कदम आगे बढ़ता चले. ऐसा भारत जिसकी एकता और अटल हो। 2047 में देश जब इस सच्चाई को सामने लाएगा तब इस निर्माण का आंकलन भी होगा। ऐसे में अमृतकाल का यह अवसर बहुत महत्वपूर्ण है.

देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह सकारात्मक संदेश: पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने बजट सत्र से पहले कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह सकारात्मक संदेश आया है. ये दिन एक सकारात्मक संदेश, आशा की किरण और उत्साह की शुरुआत लेकर आया है.  उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपति का अभिभाषण भी होगा जो कि देश के लिए गौरव का पल होगा.



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