गौरव सिंह/भोजपुर. भोजपुर जिले में लगातार जहरीली हो रही हवा पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) पूरी तरह से गंभीर हो गया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए उसने भोजपुर जिला प्रशासन से इस संबंध में पूरी रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट में पूछा गया है कि जिलों में कहां-कहां की हवा जहरीली है? इसके क्या कारण हैं? इसको लेकर बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सदस्य सचिव एस.न चंद्रशेखर ने भोजपुर समेत अन्य जिलों ना के जिला पर्यावरण समिति के अध्यक्ष कर सह डीएम समेत अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी को वायु प्रदूषण रोकने जग के प्रयासों से संबंधित हर दिन का रिपोर्ट देने को कहा है.
जिला प्रशासन से हाट स्पॉट के नाम भी बताने को कहा गया है. वायु प्रदूषण के प्रमुख कारकों पर रिपोर्ट देने को कहा है. जिसमें सड़क धूलकण, निर्माण कार्य, वाहन की प्रदूषण प्रबंधन का ब्योरा शामिल है. यातायात व्यवस्था और पराली जलाने से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी गई है.
प्रदूषणकारी कारकों को नियंत्रित करें
एनजीटी ने निर्देश दिया है कि वायु प्रदूषण के कारकों को इंगित किया जाय. उस पर तत्काल कदम उठाते हुए प्रदूषणकारी कारकों को नियंत्रित करें. जिससे वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रण में रखा जा सके.वायु प्रदूषण के हाट स्पॉट को इंगित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण करा नियंत्रण के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया जाय.
हवा के प्रदूषित होने पर इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने विगत दिनों जिले के पथ-निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, समेत अन्य एजेंसियों को नोटिस देकर रिपोर्ट मांगी थी. डीएम ने बताया कि जल्द ही रिपोर्ट भेजी जाएगी.
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इन अलग-अलग बिंदुओं पर मांगी है रिपोर्ट
सड़क निर्माण कार्य- सड़क निर्माण कार्यों की संख्या, उसकी लंबाई, प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था के साथ वाली इकाइयों की संख्या, उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना की राशि. फसल अपशिष्ट में पराली जलाने की कितनी घटना, जलाए गए अपशिष्ट ‘ का कुल रकबा व क्षेत्रफल, पराली जलाने वालों पर कितनी कार्रवाई हुई.वाहन प्रदूषण पाल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसी) केंद्रों की संख्या केंद्रों से रोज कितना सर्टिफिकेट जारी हो रहा, मानक से ज्यादा पाई गई वाहनों की संख्या, उल्लंघन पर पेनाल्टी, धुआं निकलने वाले वाहनों की संख्या, उनसे वसूली गई रकम.
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सड़क धूलकण प्रबंधन
इसमें नगरपालिका क्षेत्र में सड़क की कुल लंबाई, रोजाना कितने किमी की हुई सफाई, कितने लोगों ने मैन्युअल या मैकेनिकल तरीके से सफाई की, कितने मशीन से हुई सफाई, सफाई के बाद कितने किमी पर पानी का छिड़काव किया गया
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FIRST PUBLISHED : November 29, 2023, 06:39 IST