अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan), यामी गौतम (Yami Gautam) और निमरत कौर (Nimrat Kaur) स्टारर फिल्म ‘दसवीं’ (Dasvi) नेटफ्लिक्स (NETFLIX) और जियो सिनेमा पर 7 अप्रैल यानी आज रिलीज हो चुकी है. विरासत में मिली राजनीति को जीते चले आ रहे हरित प्रदेश के मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी की ये कहानी राजनीति से होते हुए शिक्षा की चौखट का दरवाजा खटखटाती है और वो भी बेहद मजेदार अंदाज में. तुषार जलोटा (Tushar Jalota) के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मुख्यमंत्री का किरदार निभाया है अभिषेक बच्चन ने जो अपने इस मस्तमौला अंदाज और हरियाणवी भाषा से एक बार फिर आपका दिल जीत लेंगे.
कहानी: ‘दसवीं’ की कहानी है हरित प्रदेश के मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी (अभिषेक बच्चन) की जो शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसने के बाद कानून के हत्थे चढ़ते हैं. कोर्ट ने सीएम साहब को जांच के जारी रहने तक हिरासत में भेज दिया है. हिरासत में पहुंचने के बाद गंगाराम चौधरी के लिए जेल में भी पूरे ऐश-ओ-आराम है क्योंकि जेलर उनका ही लगवाया हुआ है, कहिए भक्त है. कहानी में ट्विस्ट आता है इस जेल की नई जेलर ज्योती देसवाल (यामी गौतम) की एंट्री से, जो बेहद कड़क जेलर हैं. जेल में आते ही जेलर मैडम ने सीएम साहब के सारे वीआईपी ट्रीटमेंट बंद कर दिए और काम पर लगा दिया. दूसरी तरफ सीएम के जेल जाने पर उनकी कुर्सी पर बैठी उनकी पत्नी बिमला देवी जो अभी तक घर में भैंस चरा रही थीं. जेल में जेलर ज्योति एक बहस के दौरान सीएम गंगाराम चौधरी को एहसास दिलाती है कि वह सिर्फ आठवीं तक पढ़े हैं और पूरी तरह एक जाहिल इंसान हैं. जेलर मैडम की बात गंगाराम चौधरी को चुभ गई और यहीं से उन्होंने फैसला किया दसवीं पास करने का. अब क्या सीएम साहब सालों बाद जेल से दसवीं पूरी कर पाएंगे और ये दसवीं उनकी जिंदगी कैसे बदल देगी, यही इस फिल्म की कहानी है.
‘दसवीं’ की कहानी भले ही शिक्षा की अहमियत जैसे बेहद जरूरी विषय पर अपनी बात कह रही हो लेकिन इसके साथ-साथ जो राजनीति के हालातों को दिखाया है, वह काबिल-ए-तारीफ है. अभिषेक बच्चन ने जाट नेता का जो किरदार निभाया है, वह बेहद शानदार है. इस फिल्म की सबसे अच्छी बता ये है कि भारीपन या बोझिल वाली फीलिंग कहीं नहीं आएगी. कॉमेडी के पैकेट में जबरदस्त परफॉर्मेंस वाली कहानी आपको शुरू से आखिर तक इंगेज रखेगी. कहानी कुछ जगह ढीली जरूर पड़ी है, लेकिन किसी भी फिल्म में जो सबसे जरूरी होता है यानी उस कहानी का भाव, वो आपको इस फिल्म में भरपूर मिलेगा.
यामी गौतम इस फिल्म में जेलर बनी हैं.
‘Men will be Men’ वाली तर्ज पर अभिषेक बच्चन ने A Politision will me Politision वाला अंदाज जबरदस्त तरीके से पकड़ा है. सिर्फ अभिषेक ही नहीं, फिल्म की दोनों लीडिंग लेडी भी अपने-अपने किरदारों में जबरदस्त रही हैं. यहां स्पेशल मेंशन करना चाहूंगी निमरत कौर के बारे में जो इस फिल्म में यूं तो नेगेटिव शेड दिखा रही हैं, लेकिन यकीन मानिए जब-जब वो स्क्रीन पर आएंगी, आप उनसे नफरत करने के बजाए उनसे प्यार करने लगेंगे. बिमला देवी के किरदार में निमरत शानदार रही हैं. खासकर उनका शपथ ग्रहण करने वाला सीन. पूरी फिल्म में भाषा और उसका अंदाज निमरत और अभिषेक दोनों ने ही जबरदस्त तरीके से पकड़ा है. वहीं यामी गौतम जब भी सीएम चौधरी के बड़े से कद के सामने खड़ी नजर आएंगी, तो भले ही दिखने में कमजोर लगें लेकिन अपने अभिनय से वह जबरदस्त टक्कर देती नजर आई हैं.
निमरत कौर इस फिल्म में अभिषेक बच्चन की पत्नी बनी हैं.
इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां आपको कोई भी गलत नहीं लगता, यहां तक की घोटाले में पकड़ा गया सीएम चौधरी भी. दरअसल सिस्टम में रचे-बसे इन घोटालों को वह खुलकर स्वीकार करता दिखता है. इंटेंस ड्रामा, धुआंधार एक्शन और सुपर पावर वाली फिल्मों के इस दौर में ‘दसवीं’ एक ठंडी सी हवा है, जो एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी किरदार नहीं बल्कि ऑर्डिनरी किरदार के शिक्षा के जरिए एक्स्ट्रा बनने की कहानी है. मेरी तरफ से इस फिल्म को 3.5 स्टार.
डिटेल्ड रेटिंग
कहानी | : | |
स्क्रिनप्ल | : | |
डायरेक्शन | : | |
संगीत | : |
सचिन-जिगर/5 |
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Tags: Abhishek bachchan, News18 Hindi Originals, Yami gautam
FIRST PUBLISHED : April 7, 2022, 10:59 IST