ओम प्रकाश निरंजन/कोडरमा: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर देश के कोने-कोने से लोग अपने घर वापस लौट रहे हैं. ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ के बावजूद लोग तमाम परेशानियों को झेलते हुए घर लौटे हैं. झुमरी तिलैया के बिशुनपुर रोड निवासी नीरज सिंह भी छठ महापर्व के लिए यूरोप से अपने वतन आए हैं.
लोकल 18 से विशेष बातचीत में नीरज सिंह ने बताया कि वर्ष 2004 में बेंगलुरु में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने देश के कई बड़े शहर में कार्य किया. पिछले तीन वर्षों से वह यूरोप में रह रहे हैं. बताया कि वहां ट्रांसमिशन और पावर डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में स्पेन और मोरक्को के कंट्री हेड हैं.
छठ से भावनात्मक जुड़ाव
महापर्व छठ को लेकर कहा कि यह एक पर्व से बढ़कर परिवारों के बीच भावनात्मक जुड़ाव का पर्व है. लोग देश के किसी भी कोने में या विदेश में रहते हैं तो शायद ही दूसरे पर्व त्योहार में वापस घर नहीं लौटते होंगे, लेकिन महापर्व छठ को लेकर लोग यात्रा के दौरान तमाम मुश्किलों की परवाह किए बगैर घर जरूर लौटते हैं.
पिछले साल से कर रहे हैं छठ
नीरज सिंह ने बताया कि पहले उनकी मां छठ पूजा करती थी. पिछले वर्ष से वह अपनी पत्नी के साथ छठ महापर्व कर रहे हैं. दीपावली में वह अपने घर लौटते हैं और एक महीने तक यहां रहने के बाद फिर अपने कार्य पर लौट जाते हैं.
जन्मदिन पर नहीं आने पर बच्चे होते हैं नाराज
बताया कि वर्ष में कई प्रमुख त्योहार और बच्चों के जन्मदिन, शादी की सालगिरह भी आती है. लेकिन, कार्य की जिम्मेदारियों की वजह से वह घर नहीं लौट पाते. बच्चों के जन्मदिन पर नहीं आने पर बच्चे नाराज भी हो जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2023, 17:35 IST