अहमदाबादएक घंटा पहले
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मैच के बीच ग्राउंड में घुसे फिलिस्तीन समर्थक को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में सुरक्षा में चूक सामने आई। भारत-ऑस्ट्रेलिया के मैच के बीच ग्राउंड पर अचानक एक फिलिस्तीन समर्थक घुस आया। वो बैटिंग कर रहे विराट कोहली से जबरन लिपट गया।
मैच में घुसे युवक ने चेहरे पर मास्क और फिलिस्तीन को आजाद करो के मैसेज वाली टी-शर्ट पहनी हुई थी। उसके हाथ में फिलिस्तीन का झंडा भी था। हालांकि ग्राउंड पर पहुंची सिक्योरिटी टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया।
फैन को पूछताछ के लिए चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन ले जाया गया। जहां उसने बताया कि वो ऑस्ट्रेलिया का नागरिक है और उसका नाम जॉन है। वो विराट कोहली से मिलना चाहता था और फिलिस्तीन का समर्थन करता है।
स्टेडियम में वर्ल्ड कप फाइनल देखने के लिए बॉलीवुड सेलिब्रिटीज समेत 1 एक लाख से ज्यादा लोग पहुंचे।
कोहली के कंधे पर हाथ रखा
फिलिस्तीन समर्थक ने विराट कोहली के कंधे पर हाथ भी रखा। इसके बाद सिक्योरिटी ऑफिशियल्स उसे पकड़ने के लिए मैदान पर दौड़ लगाते दिखे। ये घटना 14वें ओवर की तीसरी बॉल के बाद हुई। इस दौरान पिच पर कोहली के साथ केएल राहुल खेल रहे थे।
सिलसिलेवार तरीके से तस्वीरों में देखें पूरा वाकया-
मैच के बीच ग्राउंड में घुसने वाले लोगों को पिच इनवेडर कहा जाता है। तस्वीर में फिलिस्तीन समर्थक विराट की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियोज में विराट फिलिस्तीन समर्थक को कुछ कहते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
फिलिस्तीन समर्थक विराट कोहली के कंधे पर हाथ रखता हुआ दिखाई दे रहा है। जबकि कोहली उससे दूरी बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
स्टेडियम में मौजूद सिक्योरिटी पर्सन फिलिस्तीन समर्थक को काबू करने के लिए उसे पकड़ते हुए।
फिलिस्तीन समर्थक जॉन ने कहा है कि वो विराट कोहली का फैन है।
समर्थक को पकड़कर ग्राउंड से बाहर ले जाते हुए सिक्योरिटी ऑफिशियल्स
क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में घुसने वाले फिलिस्तीन समर्थक को पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
फिलिस्तीनी मूल का मिस्र का फुटबॉलर मैच के दौरान रो पड़ा था
इजराइल-हमास जंग की शुरुआत के बाद से ही कई लोग अपने परिवार से बिछुड़ गए हैं। न तो उन्हें अपने परिवार की खबर मिल पा रही है और न ही वे खुद गाजा में रह रहे परिवार के पास लौट पा रहे हैं। मिस्र के लिए खेलने वाले फिलिस्तीनी मूल के फुटबॉलर मोहम्मद वाडी मैदान पर ही रो पड़े थे। वे जंग शुरू होने के बाद से ही अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पा रहे थे।
तस्वीर 30 अक्टूबर की है, जब फिलिस्तीनी मूल के फुटबॉलर मोहम्मद वाडी मैदान पर ही फूट-फूटकर रो पड़े थे। (फोटो-रॉयटर्स)
गाजा का समर्थन करने वाले फुटबॉल प्लेयर्स पर एक्शन
पिछले महीने फ्रांस के क्लब की तरफ से खेलने वाले अल्जीरिया के एक फुटबॉलर यूसेफ अताल ने फिलिस्तीन के समर्थन में एक पोस्ट किया था। इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। क्लब के मुताबिक अताल ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया था जिसमें यहूदियों के खिलाफ हिंसा का समर्थन किया गया था।
फुटबॉल क्लब लिवरपूल के फैन को फिलिस्तीनी हुडी पहनने की वजह से मैच से निकाल दिया गया था।
स्विमिंग वर्ल्ड कप के चैंपियन ने भी किया था फिलिस्तीन का समर्थन
17 अक्टूबर को मिस्र के तैराक अब्देल रहमान सामेह ने कहा कि उन्हें फिलिस्तीन का समर्थन करने की वजह से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। सामेह ने ग्रीस में हुए स्विमिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने के बाद ये बातें कही थी। उन्होंने कहा था- वर्ल्ड कप का मंच फिलिस्तीनियों के लिए आवाज उठाने के लिए सबसे सटीक है। मेरे फिलिस्तीनी भाई-बहन इजराइल की बमबारी में मारे जा रहे हैं।
अब्देल रहमान सामेह स्विमिंग वर्ल्ड कप के बाद फिलिस्तीनियों के लिए आवाज उठाते हुए।
वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की टीम ने भी किया था फिलिस्तीन का समर्थन
वर्ल्ड कप फाइनल से पहले पाकिस्तान टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने इजराइल-हमास जंग का मुद्दा छेड़ा था। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ मैच विनिंग शतक लगाने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा था कि ये गाजा के लोगों के नाम है। वहीं, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच ईडन गार्डन में हुए मुकाबले में कुछ युवक फिलिस्तीन का झंडा लेकर आए थे। उन्होंने फिलिस्तीन के समर्थन में नारे भी लगाए गए थे।
फिलिस्तीन समर्थकों ने ट्रूडो को रेस्तरां से निकाला
दुनिया भर में फिलिस्तीन समर्थक रैलियां और धरने कर रहे हैं। 16 नवंबर को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक रेस्तरां में डिनर कर रहे थे। तभी वहां फिलिस्तीन समर्थक आ गए और ट्रूडो के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
फिलिस्तीन समर्थक गाजा में सीजफायर की मांग कर रहे थे। वो ट्रूडो पर दबाव बना रहे थे कि वो इजराइल से सीजफायर की अपील करें। प्रदर्शन करने वालों को वहां से हटाने के लिए 100 पुलिस वालों को बुलाना पड़ा। प्रदर्शन के बीच एक समर्थक ने एक महिला पुलिस अफसर को मुक्का मार दिया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को 16 नवंबर को एक रेस्टोरेंट में फिलिस्तीन समर्थकों का विरोध झेलना पड़ा था। (फाइल)
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