राजाराम मंडल/मधुबनी. जिले में किसान कुछ समय पहले तक अपने घर को चलाने मात्र के लिए ही सब्जी की खेती किया करते थे. इससे उन्हें कमाई नहीं होती थी. लेकिन, अब जिले के किसान भी कमाई के लिए सब्जी की खेती करने लगे हैं. इसका उन्हें लाभ भी दिखने लगा है. सरकार भी लोगों को सब्जी की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है. मधुबनी जिले के बाबूबरही प्रखंड के बेला नवटोली गांव की आबादी लगभग 5000 है. यहां के लगभग 3000 लोग बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती करने लगे हैं. बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती होने के कारण व्यापारी भी यहां पहुंच जाते हैं.
20 वर्षों से कर रहे खेती
इस गांव के किसान परंपरागत खेती के अलावा जैविक विधि से भी खेती कर रहे हैं. जिससे उन्हें अपने किए मेहनत जितना फायदा हो जाता है. किसान पलट महतो ने बताया कि वे लगभग 20 वर्षों से एक से दो बीघा में सब्जी की खेती कर रहे हैं. सीजन के हिसाब से इसमें कई तरह की सब्जियां उपजाते हैं. जैसे की भिंडी, मिर्ची, गोभी, पतागोभी, टमाटर, बैंगन, धनिया आदि. उनका ये भी कहना है कि जैविक तरीके से खेती करने का यह फायदा है कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बरकरार रहता है. उन्होंने बताया कि सब्जी के लिए जैविक दवाई भी वे खुद से तैयार करते हैं.
सालाना चार लाख तक की कमाई
पलट महतो ने बताया कि फिलहाल वे एक बीघा में जैविक तरीके से गोभी और टमाटर की खेती कर रहे हैं. एक से डेढ़ महीने में फसल तैयार हो जाएगा. उसके बाद फसल को सीधे बाजार में ले जाकर बिक्री कर देंगे. उन्होंने बताया कि एक सीजन में भिंडी से ही 1.50 लाख तक की कमाई हो जाती है. इसके अलावा परवल और करेला की भी खेती सीजन के हिसाब से करते हैं. सभी सब्जियों को मिलाकर सालाना 4 लाख तक की कमाई हो जाती है.
.
FIRST PUBLISHED : November 18, 2023, 12:28 IST