रितेश कुमार/समस्तीपुर. दिवाली में माता लक्ष्मी की पूजा भी होती है. पूजा में लोग रंग बिरंगे प्रसाद भी चढ़ाते हैं. यह खिलौने जैसा दिखने वाला बहुत ख़ास प्रसाद है. दीपावली के दिन इस प्रसाद से लोग पूजा करते हैं. गरोंदा की पूजा में बहने इसको चढ़ाती है फिर भाई को खिलाती है. आइए जानते हैं, इसको कैसे और कितने देर में तैयार किया जाता है.
कारीगर सूरज कुमार ने कहा कि खास तौर पर बतासा एक पुरानी मिठाई है. यह चीनी के पाक से तैयार किया जाता है. इसे बनाने में करीब 10 से 15 मिनट का समय लगता है. जिसके बाद काफी प्रोसेसिंग के बाद इसकी चासनी तैयार हो जाती है. फिर इसे तैयार किया जाता है. खास तौर पर कोई भी शादी हो या फिर कोई भी पूजा अधिकांश में लोग बतासा का उपयोग करते हैं. परंतु दीपावली के दिन पूजा के लिए लोग खिलौने वाले प्रसाद खरीदते हैं.
घरों को सजाने में करते हैं उपयोग
बातचीत के दौरान कारीगर सूरज कुमार ने बताया कि हम लोग सीतामढ़ी के रहने वाले हैं. कई साल से यह कारोबार करते आ रहे हैं. साल 2001 से ही यहां पर हम लोग समान बना रहे हैं और आज लोग हमारे खिलौने वाले प्रसाद को काफी जान गए हैं. पूजा में ऐसे खरीद कर उपयोग करते हैं. एक दिन में करीब 50 से 55 किलो यह निकलता है. क्योंकि बनाने में इसे थोड़ा समय लगता है. परंतु पर्व में लोग इसे काफी डिमांड करते हैं, क्योंकि आमतौर पर लोग घरों में पर्व के दौरान रंगोली या फिर अन्य तरह से घरों को सजाने की कोशिश करते हैं और ऐसे में यह खिलौना का उपयोग करते हैं. साथ ही पूजा में प्रसाद के रुप में चढ़ाते हैं. यह 100 रुपये किलो यह बिकता है.
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FIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 17:20 IST