Israeal Hamas: आखिरकार इजरायल से कुछ ऐसी खबर सुनने को आ गई जिसका इंतजार शायद शांति के समर्थक कर रहे थे लेकिन इसमें कुछ शर्तें शामिल की गई हैं. अमेरिका ने ऐलान किया है कि इजरायल ने उत्तरी गाजा में जारी अपने हमले में थोड़ी ढील देने की बात कही है. व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में कहा है कि व्हाइट हाउस ने कहा कि इजरायल गुरुवार से उत्तरी गाजा में हमास पर अपने हमले प्रतिदिन चार घंटे के लिए रोकने को तैयार है ताकि आम नागरिकों की निकासी सुनिश्चित हो सके. बाइडन प्रशासन ने कहा कि अमेरिका ने गाजा में आम नागरिकों की एक बार फिर सुरक्षित निकासी के लिए मार्ग प्रशस्त किया है. यह फैसला मानवीय आधार पर लिया गया है.
चार घंटे तक हमले रोकने की प्रतिबद्धता
दरअसल, जानकारी के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक फोन कॉल के दौरान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से प्रतिदिन संघर्ष विराम के लिए कहा था. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इजराइल ने प्रतिदिन चार घंटे तक हमले रोकने की प्रतिबद्धता जताई है. उन्होंने कहा कि इजराइल आम लोगों के उन क्षेत्रों से निकलने के लिए एक दूसरा गलियारा भी खोल रहा है, जो हमास के खिलाफ उसके सैन्य अभियान का वर्तमान केंद्र बिंदु है. बताया गया कि बाइडन ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई पर बातचीत के दौरान इजराइल से ‘‘तीन दिनों से अधिक समय तक हमले रोकने’’ के लिए कहा था.
मानवीय ठहराव पर सहमत
फिलहाल इजरायल ने गुरुवार से उत्तरी गाजा में हमास पर जारी हमले में चार घंटे के लिए मानवीय ठहराव पर सहमत हो गया है. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जापान में G-7 बैठक के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की. इसके बाद उन्होंने दोनों देशों की शांति बहाली पर बात की. ब्लिंकन ने कहा कि हमारा मानना है कि स्थाई शांति बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों को कुछ बातों की पालना करनी होगी. युद्ध के बाद गाजा से फिलिस्तीनी नागरिकों का जबरन हो रहा विस्थापन रोका जाना चाहिए. इजरायल यह भी सुनिश्चित करे कि युद्ध खत्म हो जाने के बाद वह गाजा पर दोबारा कब्जा नहीं करेगा. बल्कि वहां फिलिस्तीन की सरकार का शासन होगा.
उधर गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच जारी लड़ाई में भारी तबाही हुई है. इजरायली हमलों में लोग मारे जा रहे हैं, जिनमें आतंकी और नागरिक दोनों शामिल हैं. उधर हमास के हमलों में भी सैकड़ों लोग मारे गए हैं. इजरायल ने वेस्ट बैंक में जेनिन शरणार्थी शिविर पर कई हमले किए हैं, जिनके चलते कम से कम 10 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 16 लोग घायल हुए हैं. इसके साथ ही चरमपंथी संगठन हमास की सैन्य शाखा अल-कासिम ब्रिगेड ने कहा है वह इजरायली बलों का लगातार सामना कर रही है.