जिस काम को सांसद-विधायक नहीं कर पाए, उसे इस महिला सरपंच ने कर दिखाया

दीपक पाण्डेय/खरगोन. आज हम मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की सीमा पर स्थित बड़की चौकी पंचायत अंतर्गत आने वाले एक ऐसे गांव देवगढ़ के बारे में बता रहे है, जिसकी जनपद तो बड़वाह लगती है, लेकिन वोट महेश्वर विधानसभा में डलता है. यहां रहने वाले ग्रामीणों को आजतक पक्की सड़क नसीब नहीं हुई. रोजाना उन्हे पहाड़ पर पथरीले रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. अति दुर्गम इस रास्ते के निर्माण के लिए सालो से ग्रामीण अधिकारियों और नेताओ से गुहार लगा रहे है, लेकिन कोई भी इनकी सुध लेने को तैयार नहीं है.

बता दें की व्यवस्थित रास्ता नहीं होने से कई दुर्घटनाएं घट चुकी है. सुगम रास्ते की जिस मांग को इतने वर्षो में सांसद और विधायक पूरी नहीं कर पाएं. उसे मात्र 18 महीने के कार्यकाल में गांव की महिला सरपंच श्यामा बाई ने कर दिखाया है. सरपंच के इस कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है. रास्ता पूरा बनने के बाद लोगों को काफी हद तक राहत मिलेगी. अभी गांव देवगढ़ में दुर्गम पहाड़ी के नीचे साढ़े तीन किलोमीटर का रास्ता है जो बेहद ही खतरनाक है. गुजरते समय कई दुर्घटनाएं हो चुकी है.

वर्षो पुरानी समस्या से मिलेगी राहत
दरअसल, यह गांव विध्यांचल पर्वत पर बसा होने के कारण मुख्य मार्ग से गांव तक पहुंचने के लिए 3.5 किलोमीटर की दुर्गम पहाड़ी को पार करना होता है. बीमार या गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना भी मुश्किल होता है. ग्रामीण की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए देवगढ़ की बहु एवं बड़की चौकी सरपंच श्यामा बाई पति चन्नू लाल खड़ा ने लगातार प्रयासों से केवल 18 महीने के कार्यकाल में ही पहाड़ी पर मनरेगा के तरह सड़क का काम शुरू करवा दिया.

नहीं हुआ गांव का विकास
सरपंच श्यामाबाई एवं उनके पति छन्नू बताते है की पूरे गांव ने एकमत होकर उन्हें सरपंच बनाया है. इसीलिए उन्होंने भी इस पथरीले रास्ते को दुरस्त करने का वादा किया था. लगातार अधिकारियों से संपर्क साधने के बाद आखिरकार सफलता हाथ लगी और अब रोड का काम हो रहा है. विगत 8 दिनों से रास्ते पर मुरूम डालने का काम चल रहा है. वें बताती है की उनका यह गांव देवगढ़ जो की जिले सहित महेश्वर विधानसभा के आखरी छोर का गांव है. जनप्रतिनिधियों की बेरुखी के कारण यहां कभी विकास नहीं हुआ.

गांव को पहचाना दिलाना लक्ष्य
सरपंच श्यामाबाई का कहना है की गांव में सरकारी स्कूल के अलावा और कुछ नहीं है. इसलिए उन्होंने यह बीड़ा उठाया है की यहां की सभी समस्या को दूर कर गांव को एक अलग पहचान दिलाएंगी. पानी की समस्या को दूर करने के लिए नलजल योजना के तहत सभी घरों तक पानी पहुंचाने का कार्य भी इन्ही के कार्यकाल में हुआ है. उनकी इच्छा है की गांव में फोर व्हीलर आसानी से पहुंच सकें. ताकि यहां स्थित प्राचीन तुम्बई माता के दर्शन हर भक्त आसानी से कर सके.

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