हाइलाइट्स
शरीर में विटामिन डी नहीं होगा तो कितना भी कैल्शियम हो जाए आपके शरीर में रूकेगा ही नहीं.
कैल्शियम को शरीर में रोकने के लिए मैग्नीशियम और पोटैशियम की भी जरूरत होती है.
How to make strong bone: हड्डियों की दम पर ही हमारा शरीर सीधा खड़ा रहता है. हड्डियों का घनत्व जितना अधिक होगा, उतना ही ज्यादा शरीर का वजन भी होगा. इंसान के शरीर में 16 साल तक की उम्र तक हड्डियों का निर्माण तेजी से होती है, उसके बाद 20 साल की उम्र तक यह धीरे-धीरे वृद्धि करती है. इस उम्र के बाद हड्डियों का निर्माण नहीं होता लेकिन हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है. अगर इन पोषक तत्वों का सेवन नहीं किया जाए तो हड्डियों से कैल्शियम और अन्य मिनिरल्स रिसने लगते हैं. इससे हड्डियां कमजोर होने लगती और फ्रेक्टर का खतरा बढ़ जाता है.
आमतौर पर लोग समझते हैं कि हड्डियों की मजबूती के लिए सिर्फ कैल्शियम के स्रोत का सेवन जरूरी है. लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि हड्डियों के निर्माण में कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक, मैग्नीज, मैग्नीशियम, विटामिन डी, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इतना ही नहीं हड्डियों की मजबूती के लिए ग्रोथ हार्मोन, पिट्यूटरी ग्लैंड और प्रजनन हार्मोन का भी होना जरूरी है. इसलिए इन सभी चीजों को प्राप्त करने के लिए डाइट में सही चीजों का समावेश करना जरूरी है.
इतनी चीजों की जरूरत
1.विटामिन डी –यह सच है कि हड्डियों की मजबूती के लिए सबसे अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है लेकिन हार्वर्ड हेल्थ के मुताबिक यदि आपके शरीर में विटामिन डी पर्याप्त नहीं होगा तो चाहे कितना भी कैल्शियम के स्रोत का सेवन करें, यह कैल्शियम आपके शरीर में रूकेगा ही नहीं. क्योंकि विटामिन डी ही कैल्शियम को अवशोषित करता है या आपके पेट में कैल्शियम को सोखकर इसे खून में पहुंचाता है. इसलिए विटामिन डी सबसे अधिक जरूरी है. विटामिन डी के लिए शकरकंद, मशरूम, टूना मछली, फोर्टिफाइड सेरेल, राइस, बादाम और ऑरेंज जूस का सेवन करें. इसके अलावा सबसे अधिक विटामिन डी की प्राप्त सूर्य की रोशनी से मिलती है.
2. विटामिन सी-विटामिन सी हड्डियों से पोषक तत्वों को रिसने से बचाता है. इसके साथ ही यह इम्यूनिटी तो बूस्ट करता ही है. साइट्रस फलों में विटामिन सी भरा होता है. साइट्रस फ्रूट के लिए संतरा, नींबू, कीवी, आंवला आदि का सेवन करें.
3. विटामिन के– विटामिन के हड्डियों में खनिज पदार्थों की डेंसिटी को बरकरार रखने में मदद करता है. खासकर उन लोगों में जिन्हें ऑस्टियोपोरिसस हुआ है. विटामिन के हड्डियों में फ्रेक्चर के जोखिम को कम कर देता है.
4. प्रोटीन -प्रोटीन शरीर का बिल्डिंग ब्लॉक होता है. अगर प्रोटीन की कमी हो जाए तो फूड से कैल्शियम का अवशोषण सही से नहीं हो पाएगा. प्रोटीन के लिए दूध, दही, पनीर, मछली, ब्लैक बींस, मसूर की दाल, कॉर्न, सेलमॉन मछली, आलू, फूलगोभी, अंडा, ओट्स, टूना मछली, अमरूद, सीड्स आदि का सेवन करें.
5. पोटैशियम -कैल्शियम को शरीर में रोकने के लिए मैग्नीशियम और पोटैशियम की भी जरूरत होती है. शरीर में पोटैशियम और मैग्नीशियम को बनाए रखने के लिए शकरकंद, अंजीर, बादाम, पालक, मशरूम, खीरा, हरी मटर, फूलगोभी, केला, ग्रेपफ्रूट, एप्रीकोट आदि का सेवन करें.
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FIRST PUBLISHED : November 1, 2023, 15:57 IST