ममता बनर्जी ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा कि, “अगले साल होने वाले चुनाव से पहले, वे (बीजेपी) सभी विपक्षी दलों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं. वे चुनाव से पहले सभी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करने की योजना बना रहे हैं ताकि वे खाली देश में अपने लिए वोट करा सकें… वे एक साजिश रच रहे हैं.”
ईडी ने पहले मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की शराब नीति के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने केजरीवाल को गुरुवार को तलब किया है. केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन काम करने वाले ईडी ने इससे पहले दिल्ली के डिप्टी मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. उन आप पर 338 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है.
आम आदमी पार्टी (AAP) अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के लिए तैयार है. पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी ने “सूत्रों” के हवाले से कहा कि मुख्यमंत्री को “गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें (2 नवंबर को) जेल में डाल दिया जाएगा.”
बंगाल के मंत्री की पिछले सप्ताह हुई गिरफ्तारी
ममता बनर्जी बंगाल में भी ईडी की कार्रवाई का सामना कर रही हैं. बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को राशन वितरण घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया है.
तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने बीजेपी पर विपक्षी नेताओं के फोन हैक करने का भी आरोप लगाया है. यह दावा ममता बनर्जी की पार्टी की महुआ मोइत्रा समेत सांसदों के एक बयान के एक दिन बाद किया गया है. बयान में कहा गया था कि उन्हें एप्पल से मैसेज मिला है कि “राज्य-प्रायोजित हमलावर” उनकी डिवाइस तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
”95 प्रतिशत मामलों में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया गया”
ममता बनर्जी के समर्थन का संदेश आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा ने दोहराया. उन्होंने दावा किया कि 2014 के बाद से जांच एजेंसियों की ओर से 95 प्रतिशत मामलों में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया गया है.
उन्होंने कहा, “अब इंडिया (INDIA) के गठन के बाद बीजेपी घबरा गई है. हमें सूत्रों से पता चला है कि उन्होंने गठबंधन के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने की योजना बनाई है. पहली गिरफ्तारी मुख्यमंत्री केजरीवाल की होगी.”
ईडी और सीबीआई कर रहीं कोयला घोटाले की जांच
आप नेता की “सूची” में ममता बनर्जी और उनके भतीजे लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी भी शामिल हैं. उनकी कोयला घोटाले सहित विभिन्न मामलों में ईडी और सीबीआई द्वारा जांच की जा रही है.
आप और तृणमूल दोनों विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं. इस साल और अगले साल होने वाले चुनावों से पहले विपक्ष को एकजुट करने के लिए जुलाई में 28 दलों का यह गठबंधन बना था.
सरकार ने हमेशा आरोपों का साफ तौर पर खंडन किया
बीजेपी ने अब तक ममता बनर्जी या राघव चड्ढा के बयानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी की पार्टी पर प्रतिद्वंद्वी नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगातार लगाता रहा है. खास तौर पर चुनाव से पहले केंद्र सरकार को रिपोर्ट करने वाली जांच एजेंसियों, ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करने का आरोप विपक्ष लगाता रहा है. सरकार की ओर से इन आरोपों का साफ तौर पर खंडन किया गया है.
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