जानें भोपाल, इंदौर और उज्जैन में चांद का कितना करना होगा इंतजार?

भोपाल. अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए आज यानी 1 नवंबर को सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं. कार्तिक महीने की चतुर्थी तिथि को हर साल करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं. फिर रात में चांद देखने के बाद अन्न-जल ग्रहण करती हैं. करवा चौथ व्रत के दिन करवा माता की पूजा होती है. फिर उपवास रखने वाली महिलाओं को चांद के दीदार का इंतजार रहता है. चांद देखने के बाद ही सुहागिनें व्रत तोड़ती हैं. आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में चांद कर नजर आएगा.

मध्य प्रदेश में चांद दिखने का समय (Moonrise Time in MP)

  • भोपाल       8:29
  • इंदौर           8:37
  • ग्वालियर     8:36
  • उज्जैन      8:36
  • जबलपुर    8:19
  • सागर      8:22
  • रतलाम   8:39
  • छत्तरपुर    8:16
  • भिंड:    8:11

जानें मुहूर्त

आज करवा चौथ और वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत है. आज के दिन कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि, मृगशीर्ष नक्षत्र, परिध योग, बव करण, बुधवार दिन और उत्तर दिशाशूल है. सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: 06 बजकर 33 मिनट से बन रहा है, जो रात तक है. इस योग में कार्य के सफल होने की उम्मीद अधिक होती है. आज सुहागन महिलाएं करवा चौथ का निर्जला व्रत हैं. करवा चौ​थ की पूजा का मुहूर्त शाम 05 बजकर 36 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक है. इस समय में मां पार्वती, गणेश जी और भगवान शिव की पूजा करें. उसके बाद रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करें. इस व्रत को करने से जीवनसाथी की उम्र बढ़ती है.

Karwa Chauth 2023: कब निकलेगा चांद?
आज करवा चौथ के दिन चांद रात में 08 बजकर 15 मिनट पर निकलेगा. यह समय देश की राजधानी नई दिल्ली का है. स्थान विशेष के हिसाब से चंद्रोदय के समय में कुछ परिवर्तन संभव है.

Karwa Chauth 2023 Moonrise Time: भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में करवा चौथ के चांद का कितना करना होगा इंतजार?

ये भी पढ़ें: Karwa Chauth 2023: करवा चौथ पर न दिखे चांद तो क्या करेंगी आप? ज्योतिषाचार्य से जानें यह आसान उपाय, पल में दूर हो जाएगी समस्या

Karwa Chauth 2023: चांद न दिखने पर ऐसे दे सकते हैं अर्घ्य
आज करवा चौथ पर आपके शहर में चांद दिखाई न दे तो आप ज्योतिष के विकल्प की मदद ले सकती हैं. इसके लिए चंद्रोदय समय पर चांदी के सिक्के या फिर चांदी की गोल प्लेट को चंद्रमा का प्रतिरुप मानकर अर्घ्य दे सकती हैं. अर्घ्य की विधि वैसे ही होगी, जैसा की आप पहले करती आई हैं, बस चंद्रमा की जगह पर चांदी की प्लेट या चांदी का सिक्का रखना होगा.

Tags: Bhopal news, Karwachauth, Mp news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *