Pension News: पेंशनर्स (Pensioners) के लिए बड़ी खुशखबरी है. अब जल्द ही आपको मिलने वाली पेंशन में इजाफा (Pension Hike) होने वाला है. दिवाली पर मिली राज्य सरकार की तरफ से कई लोगों को तोहफा मिल सकता है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) की तरफ से भरोसा दिलाया गया है कि जल्द ही पेंशन (Pension) में इजाफा होगा. लेकिन इस बार निराश्रित महिलाओं की पेंशन राशि में बढ़ोतरी की जाएगी.
अभी 1000 रुपये मिल रही है पेंशन
मुख्यमंत्री ने औरैया के तिरंगा मैदान में जिले के लिए 688 करोड़ की लागत वाली 145 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास के दौरान ये जानकारी दी है. एक जनसभा में महिलाओं को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा है कि ‘निराश्रित बहनों’ (विधवा, बुजुर्ग महिलाओं) को अभी प्रति माह 1,000 रुपये पेंशन दी जा रही है, जिसे आने वाले समय में बढ़ाया जाएगा.
जारी हुआ बयान
लखनऊ में जारी एक बयान के मुताबिक, औरैया की सभा में योगी ने कहा कि कोई समाज तब तक स्वावलंबी व सशक्त नहीं हो सकता, जब तक आधी आबादी सुरक्षित व सम्मान के साथ जीवनयापन न कर रही हो. उन्होंने कहा है कि इसे ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पूरी प्राथमिकता के साथ लाकर नयी संसद का पहला सत्र मातृशक्ति को समर्पित किया, ताकि विधानसभा व लोकसभा में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटें आरक्षित हों और वे चुनकर आएं.’
कन्या सुमंगल योजना की बढ़ी राशि
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आधी आबादी को सम्मान दिए बिना विकास की योजनाओं का मूल्य अधूरा है. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत बेटी के जन्म लेने से स्नातक की पढ़ाई के लिए सरकार अब तक 15 हजार रुपये दे रही है. नये सत्र से इस राशि को बढ़ाकर 25 हजार रुपये करने का निर्णय लिया जा चुका है.
बेटी की जिम्मेदारी लेगी सरकार
योगी ने कहा कि ‘डबल इंजन’ की सरकार ने तय किया है कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, तो बेटी की जिम्मेदारी सरकार लेगी. मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों, खासतौर से समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा है कि जातिवाद के नाम पर परिवारवाद को बढ़ावा देने वाले लोग आमजन को विकास कार्यों से वंचित रखते थे. हमने जाति, परिवार, क्षेत्र और भाषा के नाम पर सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने का पाप नहीं किया.
विजयदशमी तक सभी त्योहार शांति से मनाए गए
उन्होंने कहा है कि विजयदशमी के दौरान सभी कार्यक्रम शांतिपूर्वक हुए. 2017 के पहले पर्व-त्योहार आशंकाओं को लेकर आता था, पर पिछले साढ़े छह वर्ष में त्योहार उत्साह-उमंग से मनाए जाते हैं. जनपदों में 50 हजार से अधिक मूर्तियां स्थापित की गईं, पर एक भी जगह अव्यवस्था नहीं हुई.
इनपुट – भाषा एजेंसी के साथ