रुपांशु चौधरी/ हजारीबाग. अचार का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है. खाना खाते समय सब्जी, रोटीया पराठों के साथ अगर अचार होता है तो खाने का स्वाद दोगुना हो जाता है. वैसे तो घर के बने अचार का कोई जवाब नहीं होता. लेकिन इसके बनाने के कठिन प्रक्रिया के कारण कई लोग इसे बाजार से खरीद का ले जाते है. अगर आप हजारीबाग में अचार खरीदना चाहते है तो मटवारी गांधी मैदान मेले में उत्तर प्रदेश के बनारस से होममेड अचार बिकने आया है.
इस स्टॉल का नाम स्पेशल बनारस आचार भंडार है.इस स्टॉल में कुल 28 अलग अलग प्रकार के अचार मौजूद हैं. जिसमें 18 चटपटे खट्टे और 10 मीठे अचार शामिल है. इसमें से आधिकांश आचार घर में बनाए गए है. जिसमें किसी भी प्रकार का कोई रसायनिक पदार्थ का उपयोग नहीं किया गया है. इन अचारों को कम से कम 2 वर्षों तक घर में रखकर खाया जा सकता है.
28 तरह के आचार से बाजार है गुलजार
इस स्टॉल के संचालक प्रेम कुमार बताते है कि वह पिछले कई सालों से ऐसे मेलों में जाकर आचार बेचने का काम कर रहे है. इनमें से सभी मसालेदार आचार उनके घर में बना हुआ है वहीं मीठा आचार बनारस से खरीद कर लाते है. इन चटपटे अचार को लोग खूब खाना पसंद करते हैं. लोग सबसे अधिक अभी आम, आम और कटहल का मिक्स, का डिमांड अधिक है वहीं मीठे में लोग आम का गुलका खाना पसन्द कर रहे है. रोजाना मेले में अभी 25 से 30 किलो आचार की बिक्री हो जाती है.
सभी अचार का कीमत 280 रुपए किलो है. इन 28 प्रकार के अचार में आम, नींबू, लाल मिर्च, हरी मिर्च, कटहल, आंवला, अमड़ा, बांस, करौंदा, गाजर, टमाटर, आंवला, मुरब्बा, आम का खट्टा-मीठा व इमली का मीठा अचार, मिक्स ड्रायफ्रूट का आचार, बांस का मुरब्बा, आंवला का मुरब्बा के अलावा कई खट्टी मीठी चटनी भी मौजूद है.
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FIRST PUBLISHED : October 24, 2023, 10:24 IST