अशोक नगर. राजनीति में दल बदलना, बागी होना, इस्तीफे देना ये सब बातें अब आम हो चुकी हैं. लेकिन इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले जो दृश्य है वो कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए हैरान करने वाला है. प्रदेश सहित अशोकनगर जिले में भी प्रत्याशी घोषित होने के पहले शुरू हुआ बगावत का सिलसिला अब बढ़ता ही जा रहा है.
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में असंतोष और विरोध बढ़ता जा रहा है. टिकट की आस लगाए मोहन यादव ने इस्तीफा दिया. फिर 2017 उपचुनाव में भाजपा के एक मजबूत स्तम्भ भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल मलकीत सिंह ने इस्तीफा दिया और अब कांग्रेस से 2018 में प्रत्याशी रहीं आशा दोहरे ,जिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व आशा की सास अनिता जैन और उनके बेटे विक्की जैन सामूहिक इस्तीफा दे दिया. सबकी नाराजगी की वजह एक ही है टिकट न मिलना. सभी टिकट की आस लगाए थे. टिकट कटते ही इन असंतुष्टों ने इस्तीफों की झड़ी लगा दी. अब देखना ये है कि कांग्रेस इस डेमेज कंट्रोल के लिए क्या कदम उठाएगी.
बीजेपी में सिंधिया समर्थकों को टिकट
अशोकनगर जिले की 3 विधानसभा सीटों पर सिंधिया समर्थक भाजपा प्रत्याशियों का चयन हुआ है. कुछ दिन पूर्व ही प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर जातिगत बहिष्कार की चेतावनी देते हुए अहिरवार समाज ने भी विरोध प्रदर्शन किया था. चुनाव को मात्र 27-28 दिन बचे हैं ऐसे में इस्तीफा की झड़ी कहीं न कहीं पार्टी को कमजोर बनाती है. जिले की वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री और एक समय और सिंधिया की बेहद नजदीकी अनिता जैन कई बार नपा में पार्षद रह चुकी हैं. उन्होंने भी सपरिवार इस्तीफा दे दिया है. अनिता जैन की बहू 2020 में अशोकनगर विधानसभा मे कांग्रेस से प्रत्याशी रह चुकी हैं और करीब 13 हजार वोट से भाजपा के जजपाल सिंह से पराजित हुई थीं. फिर भी इस बार कांग्रेस से टिकट की आस लगाए बैठी थीं. मलकीत सिंह ने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व पर सुनवाई न करने जैसे गम्भीर आरोप लगाए हैं.

लगातार लाभ के पद पर रहीं आशा दोहरे
एक साथ हुए इन इस्तीफों पर अशोक नगर से कांग्रेस प्रत्याशी हरिबाबू राय ने अनिता जैन व अन्य लोगों द्वारा लगाए आरोपों का सिरे से खंडन किया है. हरिबाबू के अनुसार दिग्विजय सिंह,जयवर्धन सिंह लगातार सभी से बात करते रहते हैं और सदा सबसे सम्पर्क में रहते हैं. टिकिट का निर्धारण पार्टी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर करती है. 2020 में अनिता जैन की बहू आशा दोहरे को टिकिट दिया,खुद अनिता को लगतार पार्टी ने नपा में टिकिट दिया. नेता प्रतिपक्ष बनाया. इसके बाद भी आरोप लगाना निराधार है. हालांकि हरिबाबू ने ये भी कहा कि अनिता जैन से वरिष्ठ नेतृत्व लगातार बात कर रहा है और वे खुद उनसे पार्टी छोड़कर न जाने और कांग्रेस परिवार में रहने की अपील कर रहे हैं.
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Tags: Ashoknagar news, Madhya Pradesh Assembly Elections 2023
FIRST PUBLISHED : October 23, 2023, 15:28 IST