
नई दिल्ली:
जारी World Cup 2023 में पिछले दिनों चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत के हाथों 7 विकेट से हार के ज्यादातर पूर्व पाकिस्तानी कप्तान और दिग्गज बाद कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) के बुरी तरह हाथ धोकर पीछे पड़ गए हैं. शोएब मलिक ने उन्हें कप्तानी से हटाने की मांग कर दी है, तो रमीज राजा ने भी बाबर पर उंगली उठाई है. बहरहाल, अब भारतीय पूर्व लेप्टी गौतम गंभीर का मानना है जारी World Cup 2023 में अब बाबर आजम को और ज्यादा जिम्मेदारी अपने ऊपर लेनी चाहिए. श्रीलंका के खिलाफ रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान टीम बहुत ही उत्साह के साथ अहमदाबाद पहुंची थी, लेकिन सवा लाख फैंस के सामने मानो उनकी बल्लेबाजी को लकवा मार गया. और पाक टीम भारत के सामने केवल 191 का ही स्कोर बना सकी थी. हालांकि, बाबर ने जरूर अपनी टीम के लिए 58 गेंदों पर 50 रन बनाए, लेकिन इस पारी से बिल्कुल भी टीम का भला नहीं हुआ.
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एक वेबसाइट से बातचीत करते हुए गंभीर ने कहा कि बाबर को अपना व्यक्तित्व, खेल और इससे ज्यादा महत्वपूर्ण अपनी मनोदशा बदलने की जरुरत है. पाकिस्तान का आक्रामक बल्लेबाजों का इतिहास रहा है. इनमें शाहिद आफरीदी, इमरान नजीर, सईद अनवर और आमिर सोहैल रहे हैं. वर्तमान में शीर्ष तीन बल्लबाजों हर कोई इसी शैली में बैटिंग करता है. अगर यहां ऐसे में किसी को जिम्मेदारी लेनी है, तो यह उनके कप्तान को लेनी है, जो नंबर तीन पर खेलते हैं.
पाकिस्तानी लीजेंड वसीम अकरम का जिक्र करते हुए गंभीर ने कहा कि बडे़ टूर्नामेंट जीतकर विरासत की नीव डाली जाती है. आंकड़ों को देखने का कोई मतलब नहीं है. आप पाकिस्तान के अग्रणी रन बनाने वाले बल्लेबाज हो सकते हो, लेकिन विरासत की नीव बड़े टूर्नामेंट जीतकर ही पड़ती है. यह व्यक्तिगत रिकॉर्डों से नहीं बनती. गौतम ने कहा कि साल 1992 वर्ल्ड कप फाइनल ने वसीम अकरम ने तीन विकेट लिए. उन्होंने पंजा नहीं जड़ा, लेकिन हर कोई इस बारे में बात करता है क्योंकि पाकिस्तान ने विश्व कप जीता. कोई भी साल 2011 विश्व कप फाइनल में महेला जयवर्द्धने के शतक की बात नहीं करता. हर कोई यह याद रखता है कि भारत ने मैच जीता.