नई दिल्ली:
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने इस साल जून में सामने आए एक कथित भर्ती घोटाले (TCS Hiring Scam) को लेकर 16 कर्मचारियों को निकाल दिया है और 6 वेंडर्स को कंपनी से बाहर कर दिया है. देश के सबसे बड़े प्राइवेट इम्प्लॉयर ने 23 जून को शुरू की गई एक जांच के निष्कर्ष पर19 कर्मियों को रिसोर्स मैनेजमेंट फंक्शन में नौकरियों के लिए रिश्वत घोटाले (Bribes for Jobs Scam) में शामिल पाया.
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BQ PRIME की रिपोर्ट के अनुसार, TCS ने रविवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, ‘आचार संहिता के उल्लंघन के लिए 16 कर्मियों को कंपनी से बाहर कर दिया गया है और 3 कर्मियों को रिसोर्स मैनेजमेंट वर्क से हटा दिया गया है.’ इसके अलावा, TCS ने 6 वेंडर्स, उनके मालिकों और सहयोगियों के साथ कोई भी व्यवसाय करने पर ब्रेक लगा दिया है.
कई कदम उठा रही कंपनी
TCS अब अपने रिसोर्स मैनेजमेंट को मजबूत करने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है. इनमें ये काम भी शामिल हैं-
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रिसोर्स मैनेजमेंट फंक्शन में कर्मियों का रेगुलर रोटेशन.
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सप्लायर मैनेजमेंट पर उन्नत विश्लेषण.
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टाटा कोड ऑफ कंडक्ट पर वेंडर्स द्वारा पीरियडिक डिक्लेरेशन.
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वेंडर मैनेजमेंट प्रोसेस का पीरियडिक यानी समय-समय पर ऑडिट.
100 करोड़ का भर्ती घोटाला!
23 जून को न्यूजपेपर मिंट ने खबर दी थी कि TCS ने अपने स्तर पर करोड़ों रुपये के भर्ती घोटाले का पता लगाया है. एक व्हिसलब्लोअर ने TCS के CEO और COO को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि कंपनी के रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप का एक सीनियर अधिकारी वर्षों से स्टाफिंग फर्म्स से रिश्वत ले रहा था. मिंट ने सोर्सेज के हवाले से बताया था कि भर्ती घोटाले में शामिल लोगों ने कमीशन के माध्यम से 100 करोड़ रुपये कमाए होंगे.
घोटाले की जांच के बाद बड़ी कार्रवाई
घाेटाले की जांच शुरू करने के बाद, 29 जून को TCS ने कहा कि उसने कथित नियुक्ति घोटाले को लेकर 6 कर्मचारियों और 6 वेंडर्स/व्यावसायिक सहयोगियों/सब-कॉन्ट्रैक्टर्स पर प्रतिबंध लगा दिया है. TCS ने रविवार को अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, ‘हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि कंपनी में कोई धोखाधड़ी हुई है. कोई वित्तीय प्रभाव भी नहीं पड़ा.’
TCS ने कहा, ‘ये मामला कुछ कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स प्रोवाइड कराने वाले वेंडर्स द्वारा कंपनी की आचार संहिता (Tata Code of Conduct) के उल्लंघन से संबंधित है. और कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा कोई प्रमुख व्यक्ति इसमें शामिल नहीं पाया गया है.’
TCS ने कहा, ‘टाटा समूह की कंपनी के रूप में, इस तरह के अनैतिक आचरण के प्रति हमारी जीरो-टॉलरेंस नीति है और दोषी पाए गए व्यक्ति हमारी वैल्यूज को रिफ्लेक्ट नहीं करते. हम उम्मीद करते हैं कि हमारे सभी स्टेकहोल्डर्स और हमारे कर्मचारी टाटा कीी आचार संहिता का सख्ती से पालन करेंगे, जो हमारी अखंडता का आधार है.