राम शंकर उर्फ आशीष गुप्ता व अरविंद त्रिपाठी उर्फ गुरूजी।
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पीएम का सचिव और यूपी सीएम का प्रोटोकॉल अफसर बनकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह में शामिल अरविंद त्रिपाठी उर्फ गुरुजी की बड़ी पहचान है। कई बड़े अफसर व नेता उसके सामने नतमस्तक रहते थे। इसका फायदा उठाकर वह लोगों को जाल में फंसा लेता था।
गिरोह नौकरी व ट्रांसफर पोस्टिंग के अलावा राज्यमंत्री का दर्जा दिलाने से लेकर चेयरमैन व जिलाध्यक्ष बनवाने तक का ठेका लेते थे। एसटीएफ के मुताबिक, अरविंद योग शिविर चलाता था। शिविर में कई बड़े अफसर व नेता शामिल होते थे। ये अफसर व नेता उससे प्रभावित रहते थे।
एक तरह से वह शिविर का आयोजन इसीलिए करता था, जिससे उसकी पहचान शीर्ष लोगों तक हो सके। जब उनसे बेहतर बातचीत होने लगती थी तो ये उनसे संबंधित काम लेकर आता था। सूत्रों के मुताबिक कई बड़े टेंडर, ट्रांसफर-पोस्टिंग आदि उसने कई लोगों की कराई भी हैं।
सबसे बड़ी बात ये है कि इसने कई जिला व ब्लॉक स्तर के नेताओं को भी ठगी का शिकार बनाया। उनको पार्टी में बड़ा पद, यहां तक कि दर्जा प्राप्त मंत्री बनवाने तक खेल करता था। उधर, रामशंकर गुप्ता खुद को कुछ मामलों में विशेष सचिव निवेश भी बताकर रकम ऐंठी।