प्रवीण मिश्रा/खंडवा : देशभर में आज सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या मनाई जा रही है. समूचे निमाड़ में इसे भूतड़ी अमावस्या के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन लोग जिले की तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर पहुंचकर सबसे पहले मां नर्मदा में स्नान करते हैं अपने पितरों के लिए मां नर्मदा के पवित्र जल से तर्पण कर मुक्ति की कामना करते हैं.
भूतड़ी अमावस्या के मौके पर आज सुबह से ही नर्मदा नदी के घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखाई दी. लोगों ने नर्मदा स्नान कर भगवान ओंकारेश्वर तथा ममलेश्वर के दर्शन किए. अनुमान है कि आज के दिन ओंकारेश्वर में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है.
भूतडी अमावस्या का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भूतड़ी अमावस्या के दिन लोग नर्मदा–कावेरी संगम घाट पर पहुंचकर स्नान करते हैं और भूत तथा बाहरी बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए पूजा–अर्चना भी करते हैं. इसलिए इस दिन को निमाड़ में विशेष रूप से मनाया जाता है. धर्म शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों के पितृ अज्ञात होते हैं, उनकी मोक्ष प्राप्ति के लिए सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या के दिन तर्पण किया जाता है, जिससे उन्हें मुक्ति मिलती है और वह मोक्ष की प्राप्ति करते हैं.
गोताखोर को भी किया गया तैनात
नर्मदा घाटों पर लोगों की सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन ने पुलिस फोर्स और गोताखोर तैनात किए है. वही यातायात विभाग ने मोरटक्का से ओमकारेश्वर की तरफ जाने वाली बसों पर प्रतिबंध लगा रखा है. शिवकोठी तिराहे से भी रोड़ बंद कर रखा है. केवल दो पहिया तथा चार पहिया वाहन को ही प्रवेश दिया जा रहा है. वही बस यात्री मोरटक्का से टेम्पो का सहारा लेकर तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर जा रहे है.
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FIRST PUBLISHED : October 14, 2023, 17:16 IST