नीरज कुमार/बेगूसराय : कहते हैं न, कर दिखाएं कुछ ऐसा कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा. इसको बेगूसराय के नगर वासियों ने चरितार्थ किया है. शाम के समय लोग अक्सर घर की जरूरत का समान लाने निकलते हैं, लेकिन अंधेरा रहने के कारण अक्सर अप्रिय घटनाएं होती रहती हैं. अंधकार का लाभ उठाकर मोबाइल, ज्वेलरी छीनने की घटना प्रायः चर्चा में रहती है. लेकिन इस समस्याओं का निदान बेगूसराय के लोगों ने ऐसे निकाला कि मोहल्ला को बिहार का इंदौर बना डाला. आज यह मोहल्ला अपनी खूबियों को लेकर चर्चा में है. आइए जानते हैं इस मोहल्ले की कहानी.
अपने ड्रेस के जैसा ही अपने एड्रेस को क्लीन बनाकर रखें
दरअसल, बेगूसराय नगर निगम ने 4 अरब 35 करोड़ 85 लाख 57 हजार का बजट विकास कार्यों के लिए पारित किया है. नगर निगम आधारभूत संरचना एवं अन्य विकास के कार्यों में लगभग 3 अरब 33 करोड़ 85 लाख खर्च खर्च कर दिया. इसके बाबजूद कुछ विकास नहीं हो पाया. वार्ड संख्या-36 अशोक पथ को स्थानीय लोगों ने सामूहिक प्रयास करते हुए हर प्रकार की सुविधा इंदौर के तर्ज पर विकसित कर दिया.
बेगूसराय का यह मुहल्ला अब रात में इंदौर जैसा सुंदर और जगमगाता भी दिखता है. इस मोहल्ले के रहने वाले हड्डी रोग सर्जन डॉ. निशांत रंजन ने बताया कि अपनी ड्रेस के ही जैसा अपने एड्रेस को भी क्लीन बनाकर रखना चाहिए.
संपूर्ण मोहल्ला हम सब का एड्रेस है. इसलिए स्वच्छ और सुंदर बनाकर रखना सभी की जिम्मेदारी है. मोहल्ले में सभी शिक्षित नागरिक हैं. इसलिए अपने घर के बाहर इनवर्टर कनेक्ट एक बल्ब जरूर लगा के रखें, ताकि संध्या में जब नगर निगम वाल स्ट्रीट लाइट भी बंद हो तब भी हमारा मोहल्ला हर तरफ से रोशनी से जगमगता रहना चाहिए. ताकि आने जाने वाले लोगों को दिक्कत ना हो.
मोहल्ले के लोगों ने सड़कों पर लगाया बल्ब
स्थानीय लोगों ने बताया कि बेगूसराय के वार्ड संख्या-36 स्थित सतीश पथ के समीप अशोक नगर मुहल्ले में कुल 52 घर है. सभी घर वालों ने विगत माह एक आम बैठक बुला कर कई मुद्दों पर चर्चा की. जिसमें प्रमुखता से अपने मुहल्ले से अंधकार को दूर करने का निर्णय लिया. इसके लिए लोगों ने अपने अपने घर के इन्वर्टर से कनेक्टेड एक-एक 20 वाट का बल्ब अपने घर के चारदीवारी के बाहर सड़क की तरफ लगा दिया है और उसका कनेक्शन बिजली और इन्वर्टर दोनों से कर दिया है. अब इस मोहल्ले में इंजोर भगाए चोर कहावत चरितार्थ हो रहा है.
इस मोहल्ले में आ चुके हैं महात्मा गांधी
स्थानीय ज्ञानप्रकाश ने बताया कि इस मोहल्ले में 1947 के आस-पास राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी आ चुके हैं और स्वच्छता का संदेश भी यहां पर रहने वाले स्थानीय लोगों को दिया था. स्थानीय लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को साकार तो कर दिया. इस मोहल्ले को आज स्थानीय लोग बेगूसराय का इंदौर के नाम से भी जानते हैं.
.
Tags: Begusarai news, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 15:48 IST