मंत्री की बेटी…उद्योगपति की पत्नी, एक हादसे ने बर्बाद की जिंदगी, अब अगरबत्ती उद्योग खड़ा कर खुद को किया साबित

नीरज कुमार/बेगूसराय : प्रेरणा अगरबत्ती के नाम से उद्योग चलाने वाली प्रेमलता देवी की कहानी काफी मार्मिक है. प्रेमलता देवी ने फर्स से अर्स तक का सफर तय किया है. इसके बाद फिर से संभलने की कोशिश की और एक सफल उद्यमी भी बन गई है. प्रेमलता देवी बिहार सरकार के अति पिछला प्रकोष्ठ के मंत्री रहे रामदयाल मेहता की पुत्री हैं और इनके पति भी उद्योगपति थे, इसलिए रईसी की जिंदगी जीते थे. दो-चार गाड़ियां घर के दरवाजे की शोभा बढ़ाती थी. परिवार आर्थिक रूप से सपन्न था इसलिए बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ते थे. परिवार खुशहाल जिंदगी जी रहे थे.

प्रेमलता देवी ने बताया कि अचानक से एक ऐसा दौर आया जब पति प्रेम कुमार सिंह सड़क हादसे में गंभीर रुप से घायल हो गए. इस हादसे के बाद घर की स्थिति ज्यादा खराब नहीं हुई, लेकिन कुछ ही महीनों बाद दोबारा पति सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए और एक साल तक निजी अस्पताल में कोमा में रहे. इस दौरान पिता का भी निधन हो गया. इसके बाद तो आर्थिक रूप से टूट गया. रोजाना अस्पताल के खर्चों के लिए कमाई हुई संपत्तियों को भी बेचना पड़ा. हालांकि विपरीत परिस्थिति में प्रेमलता ने हौसला नहीं खोया और संघर्ष के बदौलत प्रेरणा अगरबत्ती फैक्ट्री शुरू किया.

जीविका से लोन लेकर शुरू किया अगरबत्ती निर्माण

बेगूसराय जिला के बरौनी प्रखंड अंतर्गत हाजीपुर गांव के वार्ड संख्या- 5 की रहने वाली 48 वर्षीय प्रेम कुमार सिंह की शादी नालंदा ज़िला के हरनौत की प्रेमलता कुमारी से हुई थी. प्रेमलता बिहार सरकार के पूर्व अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के मंत्री रामदयाल मेहता की बेटी हैं. उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी का जिक्र करते हुए बताया कि शुरुआत के दिनों में यही सोचती थी कोई देखेगा तो क्या कहेगा.

हालांकि इस सोच को दरकिनार कर 5 वर्ष पूर्व जीविका से जुड़ने के बाद 35 दिनों का यूकोआरसिटी से अगरबत्ती निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त किया. इसके बाद कर्ज के तौर पर जीविका से 40 हजार सहायता राशि लेकर अगरबत्ती निर्माण शुरू किया. शुरुआत से ही बिक्री अच्छी होती गई. धीरे-धीरे कारवां आगे बढ़ता गया और आज पांच महिलाओं को 200 रूपए प्रतिदिन देकर अगरबत्ती का निर्माण कर रहे हैं. प्रेमलता देवी ने अपनी मेहनत से 40 हजार की संपत्ति को 5 साल में 5 लाख से पार पहुंचा दिया.

1 लाख से ज्यादा की होती है आमदनी

प्रेमलता ने बताया कि प्रेरणा और रामायण अगरबत्ती का निर्माण करते हैं. अगरबत्ती की कीमत 10 से लेकर 250 रूपए है. जो बाजार में उपलब्ध है. अभी अगरबत्ती बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा ऑनलाइन शॉपिंग साइट फ्लिपकार्ट, मिसो पर भी उपल्ब्ध है. उन्होंने बताया कि महीने में तकरीबन डेढ़ लाख से अधिक मूल्य की अगरबत्ती का निर्माण कर 1 लाख तक की आमदनी प्राप्त कर रहे हैं. प्रेमलता ने साबित कर दिया कि अगर संघर्ष किया जाए तो किसी की भी जिंदगी बदल सकती है.

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