राजकुमार सिंह/वैशाली. अगर आप भी खेती-किसानी कर अपनी तकदीर और घर की तस्वीर बदलने की सोच रखते हैं, तो आप जल्दी से खेती शुरू कर दें. इस सोच को सच कर दिखाया है गोरौल प्रखंड के चकव्यास गांव के रहने वाले माथुर सिंह ने. वह पिछले 40 साल से बैंगन की खेती कर रहे हैं. इस बार भी उन्होंने दो एकड़ में बैंगन की खेती की है. इससे हर महीने 50 से 60 हजार की कमाई हो जाती है. फलन शुरू हो जाने के बाद वे हर सप्ताह 10 क्विंटल से अधिक बैंगन बेचते हैं.
किसान माथुर सिंह बताते हैं कि बैंगन की खेती से लागत का चार गुना ज्यादा तक मुनाफा होता है. यही कारण है कि वह पिछले 40 साल से बैंगन की खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बैंगन की खेती से होने वाली आमदनी से ही उन्होंने घर के सभी बच्चों को पढ़ाया-लिखाया. यही कारण है कि आज उनकी गिनती गांव के सफल किसान के रूप में होती है. इस बार उन्होंने बैंगन की खास नस्ल 704 का पौधा लगाया था. इसे ग्राहक खरीदना पसंद करते हैं, क्योंकि यह बैंगन देखकर ही ग्राहकों को पसंद आ जाता है. यही कारण है कि व्यापारी भी सबसे ज्यादा इसी बैंगन की डिमांड करता है.
हर सप्ताह बेचते हैं 10 क्विंटल बैंगन
उन्होंने बताया कि बैंगन की खेती सिर्फ 4 महीने की होती है, जिसमें मुनाफा चार गुना होता है. वह बताते हैं कि हमने एक खास नस्ल 704 बैंगन की खेती की है. जिसे मार्केट में व्यापारी से लेकर आम लोग तक खरीदना पसंद करते हैं. 2 एकड़ खेत में सप्ताह में 10 क्विंटल से अधिक बैंगन निकलता है. जिसे व्यापारी आसानी से 30 से 35 रुपए किलो की दर से खेत पर खरीद लेते हैं और अपना मुनाफा लेकर लोकल मंडी में बेचते हैं. वह बताते हैं कि बैंगन की खेती देखने के लिए अगल-बगल के गांव से भी किसान पहुंचते हैं और खेती के बारे में जानते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 13:17 IST