नीरज कुमार/बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय जिले में एक किसान महज दो से ढाई बीघा में खेती कर लाखों की कमाई कर रहा है. किसान को मौसम खराब होने की चिंता नहीं रहती है. खास बात यह कि किसान पारंपरिक तरीके से खेती कर रहा है. किसान रामशरण दास ने बताया जितना गन्ने में मीठापन होता है उतना ही अच्छी आमदनी भी कर रहे हैं. उनका का दावा है कि यदि अन्य किसान भी गन्ने की खेती को अपनाएं तो वे भी मालामाल हो सकते हैं, क्योंकि गन्ने की खेती टेंशन फ्री होती है. उन्होंने बताया कि गन्ने की 36 और 88 प्रजाति लगाई जाती हैं. अगर प्राकृतिक आपदा की वजह अन्य फसल बर्बाद हो जाती भी है तो गन्ने की खेती को नुकसान नहीं होता है. जितना ज्यादा खेती करेंगे उतना हीं मुनाफा होगा.
बेगूसराय जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर कवर परिक्षेत्र का इलाका साल के 6 से 7 महीने तक जल जमाव की स्थिति में रहता है. ऐसे में यह इलाका गन्ना की खेती के लिए प्रयुक्त माना जाता है. रामशरण दास ने बताया पिछले 25 साल से गन्ने की खेती कर रहे हैं. गन्ने की खेती कर सालाना 5 लाख तक की आमदनी बिना टेंशन के कमा रहे हैं. उन्होंने ने बताया प्राकृतिक आपदा से भी इसकी खेती को कम नुकसान होता है. ढाई बिघा में गन्ने की खेती कर 5 लाख तक की आमदनी आसानी से सालाना प्राप्त कर ले रहें हैं. वहीं, गन्ने की बिक्री की भी टेंशन नहीं रहती है क्योंकि हसनपुर चीनी मिल खरीद कर ले जाते हैं.
तीन साल तक मिलता है फसल
रामशरण दास ने बताया कि गन्ने की खेती में पहले जहां 15 हज़ार बीघा खर्च हो जाता है तो दूसरे साल में इसकी लागत आधी हो जाती है, क्योंकि इसमें बीज नहीं लगाना पड़ता है. एक बार में ही गन्ने का लगाया बीज 3 साल तक चलता है. हर साल इसकी उपज बढ़ती जाती है. अभी गन्ना 15 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. एक गन्ने का वजन 3 किलो तक होता है. वहीं, उन्होंने ने बताया कि गन्ने की खेती में प्रशिक्षण जरूर होता है. हसनपुर चीनी मिल के द्वारा कर्मी तो भेजा जाता है, लेकिन कोई फायदा नहीं मिलता है.
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FIRST PUBLISHED : October 8, 2023, 22:11 IST