रूस की संसद के स्पीकर व्याचेस्लाव वोलोदिन ने शुक्रवार को कहा कि इसके सदस्य वैश्विक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध के अनुमोदन को रद्द करने पर विचार करेंगे।
निचले सदन ‘ड्यूमा’ के स्पीकर वोलोदिन का बयान ऐसे वक्त आया है, जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेताया है कि रूस परमाणु परीक्षणों पर प्रतिबंध लगाने वाले अंतरराष्ट्रीय समझौते के अनुमोदन को रद्द करने पर विचार कर सकता है क्योंकि अमेरिका ने अब तक इसका अनुमोदन नहीं किया है।
ऐसी चिंताएं हैं कि पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को दिए जा रहे सैन्य सहयोग को हतोत्साहित करने के लिए रूस परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने के लिए कदम उठा सकता है। रूस के कई नेताओं, विशेषज्ञों ने परीक्षण फिर से शुरू करने के पक्ष में बात की है।
वोलोदिन ने मास्को के दावे की पुष्टि की है कि यूक्रेन के लिए पश्चिमी देशों के सैन्य समर्थन का मतलब होगा कि अमेरिका और उसके सहयोगी (रूस-यूक्रेन) युद्ध में शामिल हैं। वोलोदिन ने कहा, ‘‘वाशिंगटन और ब्रसेल्स ने हमारे देश के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। आज की चुनौतियों के लिए नए निर्णयों की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ सांसद एजेंडा तय करने वाली सदन की परिषद की अगली बैठक में परमाणु परीक्षण प्रतिबंध के अनुमोदन को वापस लेने पर चर्चा करेंगे। वोलोदिन ने कहा, ‘‘यह हमारे राष्ट्रीय हितों के अनुरूप है…और यह अमेरिका के प्रति जवाबी प्रतिक्रिया के रूप में आएगा, जो अभी तक संधि का अनुमोदन करने में विफल रहा है।’’
विदेशी मामलों के विशेषज्ञों के साथ एक मंच पर बृहस्पतिवार को पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने 1996 के व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध पर हस्ताक्षर किया है, लेकिन इसका अनुमोदन नहीं किया, जबकि रूस ने इस पर हस्ताक्षर किया है और इसका अनुमोदन भी किया है। उन्होंने कहा, ‘‘सैद्धांतिक रूप से हम इस मंजूरी को वापस ले सकते हैं। यह ड्यूमा के सदस्यों पर निर्भर करेगा।’’
पुतिन ने कहा, ‘‘मैं अभी यह नहीं कह सकता हूं कि हमारे लिए परीक्षण करना जरूरी है या नहीं।’’
रूस के रक्षा सिद्धांत में परमाणु हमले या पारंपरिक हथियारों के साथ हमले की स्थिति में परमाणु हमले की परिकल्पना की गई है जो ‘‘रूस के अस्तित्व को खतरे में डालता है।’’
रूस के कुछ नेताओं, विशेषज्ञों ने रक्षा सिद्धांत को और स्पष्ट करने को कहा है ताकि पश्चिमी देशों को चेतावनियों को अधिक गंभीरता से लेने के लिए मजबूर किया जा सके।
एक विशेषज्ञ के सवाल पर पुतिन ने कहा कि उन्हें दस्तावेज को बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी कोई स्थिति नहीं है जिसमें किसी भी चीज से रूस के अस्तित्व को खतरा हो।’’
पुतिन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि समझ-बूझ वाले किसी भी व्यक्ति के मन में रूस के खिलाफ परमाणु हथियार इस्तेमाल करने का विचार नहीं हो सकता है।’’
पुतिन ने यह भी घोषणा की कि रूस ने बुरेवेस्टनिक क्रूज मिसाइल और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल सरमत का विकास प्रभावी ढंग से पूरा कर लिया है और उसके उत्पादन के लिए काम करेगा।
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