महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगी दलों ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में सीट बंटवारे पर चर्चा के वास्ते नौ-सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया है, जिसमें प्रत्येक घटक के तीन नेता शामिल हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बृहस्पतिवार को एमवीए घटक दलों द्वारा समिति का गठन किये जाने की पुष्टि की। चव्हाण समिति के सदस्य हैं।
कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) महाराष्ट्र में विपक्षी एमवीए के घटक दल हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं और लोकसभा की सीट के लिहाज से यह राज्य उत्तर प्रदेश (80 सीट) के बाद दूसरा सबसे बड़ा राज्य है।
चव्हाण ने कहा कि राज्य में उनका पार्टी नेतृत्व पहले एमवीए के अन्य सहयोगी दलों के साथ सीट-बंटवारे पर बातचीत में अपनी स्थिति तय करने के लिए एक बैठक करेगा।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इसके बाद हम सहयोगी दलों के साथ बातचीत करके सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करेंगे।’’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण के अलावा, वरिष्ठ नेता नसीम खान और बसवराज पाटिल समिति में कांग्रेस के अन्य सदस्य हैं।
खान ने कहा कि एमवीए के सभी सहयोगी इस बात पर सहमत हैं कि लोकसभा सीट के बंटवारे के लिए जीतने की क्षमता मानदंड होना चाहिए।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री खान ने कहा कि कांग्रेस सात अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक राज्य की सभी 48 लोकसभा सीट की क्षेत्रवार समीक्षा करेगी।
कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा कि एमवीए घटक दलों को उम्मीदवारों का चयन करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महाराष्ट्र में 2019 में हाथ मिलाने वाली शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के वोट एक-दूसरे के उम्मीदवारों को हस्तांतरित हो जाएं। राकांपा (अविभाजित) कांग्रेस की पुरानी सहयोगी है।
समन्वय समिति में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) का प्रतिनिधित्व संजय राउत, विनायक राउत और अनिल देसाई करेंगे, जबकि पूर्व मंत्री जयंत पाटिल, जितेंद्र अव्हाड और अनिल देशमुख समिति में राकांपा (शरद पवार समूह) के सदस्य होंगे।
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