5वीं बार इकलौते बेटे के लिए रखेगा जितिया का व्रत, पत्नी के लिए इस शख्स ने लिया बड़ा फैसला

आदित्य आनंद/गोड्डा. आम तौर पर जितिया पर्व महिलाओं द्वारा अपने पुत्र के दीर्घायु, आरोग्य, सुखमय और सफल जीवन को लेकर किया जाता है. लेकिन गोड्डा के श्याम सुंदर साह पिछले 4 वर्षों से अपने इकलौते पुत्र के लिए खुद जितिया पर्व कर रहे हैं. श्यामसुंदर साह ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2012 में हुई थी इसके करीब 4 वर्षों बाद उन्हें पुत्र हुआ. इसके बाद से उनकी पत्नी पुत्र के लिए हर एक वर्ष जितिया का पर्व की. लेकिन इसके बाद बीमार होने के कारण पर्व में उपवास रखने में असमर्थ हो गई. इसके बाद उन्होंने तय किया कि पुत्र के लिए वह खुद इस पर्व को करेंगे.

श्याम सुंदर गोड्डा के सदर बाजार के रहने वाले हैं और सदर बाजार में ही वह किराना की दुकान चलाते हैं. उनकी धर्मपत्नी धनबाद के एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के पद पर कार्यरत हैं. हर वर्ष श्याम सुंदर अपनी पत्नी के साथ मिलकर इस पर्व को करते हैं. पूरा पर्व श्याम सुंदर खुद ही रखते हैं और उनकी धर्मपत्नी इस पूरे व्रत में उनकी मदद करती हैं. श्याम सुंदर ने बताया कि परिवार में उनकी भाभी और चाची भी यह व्रत करती हैं.

नहाए खाए से होती है इस पर्व की शुरूआत

उन्होंने बताया कि व्रत की शुरुआत नहाए खाए से होती है. इसके बाद दूसरे दिन सूर्योदय से पहले जग कर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेते हैं और पूजा शुरू करते है. इसके बाद पाल ग्रहण कर दिनभर निर्जला उपवास में रहते हैं. इसके अगले दिन छठ व्रत की तरह ही पारण किया जाता है. पारण से पहले सूर्य को अर्घ्य भी देते हैं. इसके बाद 5 पिस कुशी मटर खाकर व्रत तोड़ते है और पांच प्रकार की सब्जी, साग, दाल चावल दही चीनी बनाकर अपने पूरे परिवार के साथ भोजन ग्रहण करते हैं.

श्याम सुंदर ने बताया कि उपवास रहने के दौरान भी वह अपनी दुकान में सामान्य दिनों की तरह ही कार्यों में व्यस्त रहते हैं. इसी प्रकार वह पिछले 4 वर्षों से इस पर्व कर रहे हैं. इस बार पांचवी बार वह व्रत रखेंगे.

28 घंटे का रहेगा इस बार यह व्रत

बता दें कि इस बार 5 अक्टूबर नहाय खाए के साथ जितिया पर्व का शुभारंभ होने जा रहा है. इस पर्व में अष्टमी तिथि में निर्जला व्रत रखा जाता है. 6 अक्टूबर सुबह 4 बजे से अष्टमी तिथि प्रारंभ हो रही है. इस तिथि में महिलाओं का निर्जला व्रत प्रारंभ हो जाएगा और अगले दिन यानी 07 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 20 मिनट तक व्रत में रहेगी. महिलाएं 7 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 21 मिनट में पारण करें. इस साल जितिया का व्रत कुल 28 घंटे का रहने वाला है.

Tags: Godda news, Jharkhand news, Local18, Religion 18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *