जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उनकी आत्मा की शांति के लिए एक बार पिंडदान जरूर किया जाता है. मान्यता है कि पिंडदान करने से मृतक की भटकती आत्मा को शांति मिलती है और वह स्वर्ग को पधारते हैं. इसके बाद फिर वह पुन: दूसरे जीवन में जन्म लेते हैं. गया में अलग-अलग वेदियों में श्राद्ध किए जाते हैं. आज हम इनमें से एक त्रिपिंडी श्राद्ध के बारे में जानते हैं.
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