पायलट ने गहलोत पर साधा निशाना, कहा-तेरे मेरे नहीं, जीताऊ को मिलेगा टिकट, पढ़ें कांग्रेस की अंदर की कहानी

हाइलाइट्स

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023
राजस्थान कांग्रेस में टिकटों की कलह
पायलट बोले-राहुल गांधी की पूरी नजर है

जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस अगस्त माह में ही प्रत्याशियों की पहली सूची घोषित करने की तैयारी कर रही थी लेकिन अब अक्टूबर के पहले सप्ताह तक भी पहली लिस्ट जारी नहीं पाई. सूत्रों का दावा है कि राजस्थान में कांग्रेस को टिकटों की पहली सूची जारी करने में अभी 15 से 20 का दिन का वक्त और लग सकता है. इसके पीछे दो वजह है. नंबर वन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी हाईकमान के बीच टिकट वितरण के फार्मूले को लेकर मतभेद. दूसरा सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर मौजूदा मंत्रियों और विधायकों के टिकट काटने पर बगावत का डर.

कांग्रेस बीजेपी की पहली सूची का भी इंतजार कर रही है. इस बीच सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बिना उन पर बड़ा निशाना साधा है. पायलट ने कहा कि टिकट तेरे मेरे के आधार पर नहीं बल्कि मेरिट के आधार पर जीतने की क्षमता वालों को ही मिलेगा. पायलट ने कहा कि राजस्थान में टिकट वितरण पर राहुल गांधी की पूरी नजर है.

पायलट ने गहलोत पर साधा निशाना, कहा-तेरे मेरे नहीं, जीताऊ को मिलेगा टिकट, पढ़ें कांग्रेस की अंदर की कहानी

टिकट के पैमाने को लेकर पार्टी के अंदर गहरे मतभेद हैं
राजस्थान में कांग्रेस दफ्तर के बाहर अब टिकटार्थियों की भीड़ नजर नहीं आ रही है. एक महीने पहले जयपुर में कांग्रेस दफ्तर के बाहर टिकट चाहने वाले और कटवाने वाले के समर्थन में भीड़ उमड़ी रही थी. लेकिन अब अचानक उस पर ब्रेक लग गया है. अब सिर्फ बैठकें हो रही हैं. टिकट वितरण में हो रही देरी की वजह कांग्रेस पार्टी में टिकट को लेकर बढ़ती गुटबाजी को माना जा रहा है. टिकट वितरण के फार्मूले और मौजूदा विधायकों तथा मंत्रियों के टिकट के पैमाने को लेकर पार्टी के अंदर गहरे मतभेद हैं.

टिकट किसी एक नेता की सिफारिश से नहीं मिलेंगे
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोमवार को साफ कहा कि राजस्थान में कांग्रेस में टिकटों का फैसला तेरे मेरे के आधार पर नहीं मेरिट के आधार पर होगा. जीतने की क्षमता ही सबसे बड़ा आधार होगा. पायलट ने ये कहकर और साफ कर दिया कि राजस्थान में इस बार टिकट वितरण पर राहुल गांधी की नजर है. यानी उनका सीधा निशाना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर था कि टिकट किसी एक नेता की सिफारिश से नहीं मिलेंगे.

मौजूदा विधायकों के ज्यादा टिकट कटे तो मुश्किल हो सकती है
राजस्थान में चुनाव से तीन महीने पहले ही टिकट बांटने की रणनीति के तहत कांग्रेस ने दो महीने पहले ही पर्यवेक्षकों को मैदान में उतार दिया था. जिलावार पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट भी आ चुकी है. लेकिन कई इलाकों में मौजूदा विधायकों के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी से निपटने के लिए टिकट काटने को लेकर पार्टी में असंमजस की स्थिति में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थकों का कहना है कि अगर विधायकों के अधिक टिकट काटे गए तो बगावत से मुश्किल स्थिति हो सकती है.

कांग्रेस के सामने एक परेशानी यह भी है
दूसरी परेशानी सीनियर विधायकों और मंत्रियों के टिकटों को लेकर भी है. कई सीनियर विधायक और मंत्री अपने बेटों या परिवार के सदस्य के लिए टिकट चाहते हैं. लेकिन राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर रंधावा साफ कर चुके कि एक परिवार से एक ही टिकट देंगे. टिकट भी चुनाव जीतने की क्षमता वालों को ही दिया जाएगा. उनका सीधा संकेत है कि परिवार में यदि विधायक या बेटे के अलावा कांग्रेस का कोई नेता जीतने की क्षमता रखता है तो उसे टिकट देंगे. लेकिन ये सब इतना आसान नहीं होगा.

Tags: Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot, Jaipur news, Rajasthan Congress, Rajasthan elections, Rajasthan news, Rajasthan Politics

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