PM Modi Devnarayan Temple: भीलवाड़ा के आसींद विधानसभा क्षेत्र में स्थित गुर्जर समाज के प्रमुख मालासेरी देवडूंगरी स्थित देवनारायण मंदिर की दान पेटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 21 रुपए डालने के मामले में नया खुलासा हुआ है. जी मीडिया को मिले वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी ने दान पेटी में लिफाफा नहीं नकद रुपए डाले थे. मंदिर के पुजारी हेमराज पोसवाल ने दावा किया था कि पीएम मोदी ने मंदिर की दान पेटी में लिफाफा डाला था और उसमें 21 रुपए की दान राशि निकली है, जिसमें एक 20 रुपए का नोट और एक सिक्का है. पुजारी का यह दावा वीडियो सामने आने की बाद गलत साबित होता नजर आ रहा है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को मालासेरी देवडूंगरी स्थित मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे, मंदिर के पुजारी हेमराज पोसवाल की ओर से लगातार दावा किया गया था कि पीएम मोदी ने मंदिर के दान पेटी में एक सफेद रंग का लिफाफा डाला था. पीएम मोदी के दौरे के आठ माह बाद 25 सितंबर को मंदिर की पुजारी हेमराज ने मीडिया के केमरो की मोजूदगी में दान पात्र खोला तो उसमें तीन लिफाफे मिले. इस दौरान एक सफेद लिफाफे को लेकर उन्होंने ऐसा दावा किया कि यह सफेद रंग का लिफाफा पीएम मोदी का था. मंदिर के पुजारी ने सबके सामने लिफाफा खोला था, जिसमें 21 रुपए निकले थे.
ये है सच
जी मीडिया के पास जो वीडियो है उसमे देखा जा सकता है कि जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर दान पेटी में नकद डाल रहे हैं उस वक्त मंदिर का पुजारी हेमराज पोसवाल उनके पीछे खड़ा है, पीएम मोदी हाथ में कुछ रुपए लिए हैं और दान पेटी में उसे डालते नजर आ रहे हैं. बता दें कि मालासेरी डूंगरी गुर्जर समाज के आराध्य भगवान देवनारायण की जन्मभूमि मानी जाती है. ऐसी मान्यता है कि भगवान देवनारायण की मां ने इसी जगह पर 1111 साल पहले तपस्या की थी, जिसके बाद भगवान विष्णु, देवनारायण के रूप में स्वयं प्रकट हुए थे. यही कारण है कि गुर्जर समाज के लोगों के बीच इस मंदिर को विशेष महत्व है. ऐसे में पीएम के दौरे के दौरान लिफाफे को लेकर पुजारी द्वारा जो आस्था को राजनीतिक रूप देने का प्रयास करते हुए लिफाफे में 21 रुपए निकलने का को दावा किया जा रहा था वो झूठा निकला.
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