राजकुमार/महासमुंद. बागबाहरा में स्थित कृष्ण कुंज, लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया है. कृष्ण कुंज में श्री कृष्ण जी का मंदिर स्थित है, जिसमें वे राधा जी के साथ विराजमान हैं. इस स्थल पर नवग्रह वाटिका भी है, जिसमें नौ ग्रहों के हिसाब से वृक्ष लगे हैं. साथ ही, यहां पाथवे और दिवालों पर गीता के श्लोक भी हैं, और वहां के झूले आपको आनंदित कर देंगे. बागबाहरा के कृष्ण कुंज में जब आप पहुंचते हैं, तो सबसे पहले आपको एक बड़ा एंट्री गेट दिखाई देगा, जो बहुत ही सुंदर है. एंट्री करने के बाद, आपके लिए पाथवे तैयार हैं, जिनके बीच बड़े-बड़े छायादार वृक्ष हैं, जो आपको अपनी छाया और ठंडी हवा से लाभ पहुंचाएंगे.
आपको सबसे पहले द्वार के दर्शन होंगे हैं, जिनमें श्री कृष्ण जी का मंदिर स्थित है, और आप वहां भगवान श्री कृष्ण जी के सुंदर मंदिर में सेल्फी भी ले सकते हैं. कृष्ण कुंज में विभिन्न आकर्षण हैं, जैसे कि बच्चों के लिए झूला, जिसका आवश्यकता अनुसार उपयोग किया जा सकता है. यहां कुछ कॉलेज के छात्र भी अध्ययन करते हैं, और वे अब कृष्ण कुंज में त्योहारों का आयोजन भी करते हैं, जैसे कि राधा अष्टमी के मौके पर भीड़ दिखती है.
नौ ग्रहों की थीम पर लगाए गए वृक्ष
1: सोम ग्रह के लिए पलास का वृक्ष लगाया गया है.
2: मंगल ग्रह के लिए खैर का वृक्ष लगाया गया है.
3: बुध ग्रह के लिए अपामार्ग का वृक्ष लगाया गया है.
4: गुरु ग्रह के लिए पीपल का वृक्ष लगाया गया है.
5: शुक्र ग्रह के लिए गुलर का वृक्ष लगाया गया है.
6: शनि ग्रह के लिए शमी का वृक्ष लगाया गया है.
7: राहु ग्रह के लिए दूर्वा लगाया गया है.
8: केतु ग्रह के लिए कुछ का वृक्ष लगाया गया है.
9: सूर्य ग्रह के लिए मदार / आक का वृक्ष लगाया गया है.
दिवालों पर गीता के श्लोक लिखे गए हैं, जो लोगों को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. कृष्ण कुंज एक एकड़ के क्षेत्र में स्थित है और यहां जाने वाले लोगों को वाकई आनंदमय अनुभव करने का मौका प्रदान करता है.
.
Tags: Chhattisgarh news, Local18, Mahasamund News
FIRST PUBLISHED : September 25, 2023, 17:41 IST