30 फ़ीसद तक महंगी हुई गणेश प्रतिमाएं, फिर भी मूर्तिकारों की मिल रहे जमकर आर्डर, जानिए क्या है नया मूल्य

अनुज गौतम/सागर: 19 सितंबर से गणेश महोत्सव शुरू हो रहा है, जिसमें दस दिनों तक भगवान गणेश की पूजा अर्चना और आराधना की जाएगी. घरों में भगवान गणेश की मूर्ति रखी जाती है, और गलियों, मोहल्लों, और चौराहों पर बड़ी-बड़ी मूर्तियां सजाई जाती हैं. यह त्योहार साल भर में धूमधाम से मनाया जाता है.

मूर्तिकार भगवान गणेश की प्रतिमाओं को बनाने में रात दिन जुटे हुए हैं, और कोरोना काल में इन मूर्तिकारों को बेहद ही कम ऑर्डर मिले थे लेकिन पिछले सालों की तुलना में दामों में 20 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. मूर्तियां महंगी होने के बावजूद, ऑर्डर काफी मात्रा में मिला है.

30 फ़ीसदी तक महंगी हुई गणेश प्रतिमाएं
शहर से लेकर आसपास की तहसीलों में भी मूर्तिकारों को इसी तरह का काम मिला है, और वे बता रहे हैं कि इस साल 10 फीट की गणेश भगवान की मूर्तियों की मूल्य में करीब 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. पिछले साल, जब मूर्ति की कीमत 25,000 रुपए थी, तो इस बार वह 35,000 रुपए में बुक की गई है. सबसे ज्यादा बुकिंग 6 फुट की मूर्तियों की हुई है, क्योंकि इन मूर्तियों को पंडाल में सहजता से ले जाया जा सकता है. 6 फुट की मूर्ति की कीमत पिछले साल के 11,000 रुपए से बढ़कर इस साल 16,000 रुपए हो गई है.

अनेक रूपों में गणेश की प्रतिमाएं
मूर्तिकारों ने भगवान गणेश की प्रतिमाओं को विभिन्न रूपों में बनाया है, जैसे कि मूषक, कमल, हाथी, और शंकर में विराजमान कर. अब केवल रंग का काम बाकी है, जो गणेश उत्सव के आगमन से पहले शुरू किया जाएगा. यहां तक कि सागर जिले के शाहगंढ, गढ़ाकोटा, खुरई, और रहली केसली क्षेत्र से भी मूर्तियों के आर्डर हैं.

इसलिए महंगी हुई गणेश प्रतिमाएं
जबलपुर से सागर में मूर्तिकारों ने यह जानकारी दी है कि सामग्री के दामों में काफी वृद्धि हुई है. मूर्तियों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली रस्सी, मिट्टी, और बोरी के दाम बाजार में तेजी से बढ़ गए हैं. रस्सी की कीमत लगभग 150 रुपए पर पहुंच गई है, और मिट्टी की ट्रॉली 3500 रुपए में उपलब्ध है. मूर्तियों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली अन्य सामग्री के दाम भी बढ़ गए हैं.

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