90 किलोमीटर बढ़ गई खंडवा से इंदौर की दूरी, कैसे हो गया है अजब-गजब खेल?

(अमित जायसवाल), खंडवा. खंडवा, बुरहानपुर और इंदौरवालों के लिए बड़ी खबर है. जिला प्रशासन ने खंडवा को इंदौर से जोड़ने वाले मोरटक्का ब्रिज को 21 से 23 दिसंबर तक गाड़ियों के लिए बंद कर दिया है. 21 दिसंबर को इंदौर के इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम मोरटक्का ब्रिज पर लोड टेस्ट करेगी. इन 3 दिनों तक सभी तरह की गाड़ियों को डायवर्ट करके चलाया जाएगा. लोग बड़वाह होते हुए यहां आ-जा सकते हैं. ब्रिज के बंद होने से भारी गाड़ियों को करीब 90 किमी तक अतिरिक्त फेरा लगाना पड़ रहा है. इस वजह से पूर्व निमाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने नाराजगी व्यक्त की है.

गौरतलब है कि बारिश के मौसम में यहां बाढ़ आ गई थी. इस वजह से इस ब्रिज को 21 दिन तक बंद कर दिया गया था. इसे लेकर खंडवा में पूर्व निमाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी. चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों का कहना है कि खंडवा को इंदौर से मोरटक्का ब्रिज ही सीधे दौर पर जोड़ता है. इस ब्रिज से इंदौर और खंडवा के बीच व्यापार होता है. वर्तमान में ब्रिज से भारी गाड़ियों के नहीं गुजरने से उन्हें 90 किमी अतिरिक्त फेरा लगाना पड़ रहा है. उन्हें खरगोन होते हुए इंदौर जाना पड़ रहा है. इसकी वजह से खंडवा के उद्योगों पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है.

इस साल सितंबर में आई थी तबाही, डूब गया था पूल
इस साल सितंबर में इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले जाने की वजह से नर्मदा में उफान आया था. ओंकारेश्वर सहित डाउनस्ट्रीम में आने वाले क्षेत्र में बाढ़ तबाही लेकर आई थी. बाढ़ की वजह से ओंकारेश्वर मंदिर आधा डूब गया, तो वहीं यहां की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया. जबकि, ममलेश्वर मंदिर के अंदर तक पानी पहुंच गया. इस दौरान मोरटक्का ब्रिज भी पूरी तरह डूब गया था. उसके बाद जब उफान खत्म हुआ तो ब्रिज की सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. बाढ़, बारिश और तबाही के बीच खंडवा और बुरहानपुर को इंदौर से जोड़ने वाला इंदौर इच्छापुर हाईवे का मोरटक्का पुल भी आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था.

अक्टूबर से मिली थी राहत, लेकिन वो भी अधूरी
मोरटक्का पुल से फिर 5 अक्टूबर से आवागमन शुरू किया गया था. लेकिन आदेश जारी किया गया कि फिलहाल छोटे वाहनों का आवागमन शुरू किया गया है, जबकि भारी वाहन अभी भी प्रतिबंधित रहेंगे. आपको बता दें कि 16 सितंबर को नर्मदा में आई बाढ़ से मोरटक्का पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. मरम्मत के बाद अक्टूबर में पुल को कार, बस, बाइक एवं इमरजेंसी वाहनों के आवागमन के लिए शुरू किया गया था. ट्रक एवं मल्टी एक्सल वाहनों को पुल पर से निकलने के लिए प्रतिबंधित किया गया.

Tags: Khandwa news, Mp news

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