
स्वामी विवेकानंद प्रतिमा पर लोकार्पण करते डीएम इंद्र विक्रम सिंह
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अलीगढ़ डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने गणतंत्र दिवस पर कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण किया। तदोपरांत स्वामी विवेकानंद और रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमाओं का लोकार्पण किया।
डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने रामकृष्ण मिशन के संस्थापक, आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी की प्रतिमा की स्थापना से जिले के युवाओं को प्रेरणा प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में हुआ था। आपका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। आपने 1893 में शिकागो में विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया। उनका कथन था कि उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।
जिलाधिकारी ने इसके बाद रानी लक्ष्मीबाई की घोड़े पर सवार प्रतिमा का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा महिला शक्ति के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। उन्होंने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी में 19 नवंबर 1828 को हुआ था। आपके बचपन का नाम मणिकर्णिका था, परंतु प्यार से उन्हें मनु कह कर पुकारा जाता था। लोग उनको छबीली भी कहते थे। वह 1857 की क्रांति की दूसरी शहीद वीरांगना थीं। 29 वर्ष की आयु में अंग्रेजों से युद्ध किया। 1842 में झांसी के मराठा शासित गंगाधर राव नेवालकर के साथ आपका विवाह हुआ। विवाह के पश्चात उनका नाम लक्ष्मीबाई रखा गया।
इंद्र की कृपा बरस रही पूरे हरिगढ़ पर…
गणतंत्र दिवस पर कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में सहायक निदेशक सूचना संदीप कुमार ने जिलाधिकारी की उपलब्धियों एवं कार्यशैली को कविता पाठ के रूप में सुनाया। उनके कविता पाठ इंद्र की कृपा बरस रही पूरे हरिगढ़ पर… में डीएम इंद्र विक्रम सिंह के अब तक के कार्यकाल को बड़े ही सुंदर शब्दों में प्रस्तुत किया है।
इस दौरान एडीएम अमित कुमार भट्ट, पंकज कुमार नगर मजिस्ट्रेट रमाशंकर, एसीएम केबी सिंह, मो अमान, संयुक्त निदेशक पेंशन एवं कोषागार महिमा चन्द, सहायक आयुक्त खाद्य सर्वेश मिश्रा, ईडीआई संदीप कुमार आदि मौजूद रहे।