7 साल की बच्ची ने रचा इतिहास,पर्वतारोही से लेकर लॉन टेनिस में बनाया ये रिकॉर्ड

हिमांशु नारंग/ करनाल. सपने पूरे करने के लिए कड़ी मेहनत की जरुरत होती है और यही मेहनत करनाल में 7 साल की बच्ची सिएना कर रही है. मेहनत ऐसी कि छोटी सी उम्र में उसने कई रिकॉर्ड बना डाले. सिएना ने पर्वतारोही से लेकर रनिंग और लॉन टेनिस में रिकॉर्ड बनाकर बता दिया है कि शौक और मेहनत का जनून किस कदर तक होता है. सिएना ने बहुत कम उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए है. ये रिकॉर्ड ना सिर्फ लॉन टेनिस में हैं बल्कि कई ऊंचे ऊंचे पर्वतों पर चढ़ना हो या फिर रनिंग में कोई रिकॉर्ड बनाना हो ये सब सिएना ने अपने नाम किया है. सिएना ने 6 साल की उम्र में लॉन टेनिस में एक रिकॉड बनाया था जिसमें उसने 5 मिनट 48 सेकंड तक लॉन टेनिस बॉल को 200 बार हिट किया था जिसके बाद ये रिकॉर्ड एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ.

सिएना की मेहनत की बात करे तो वो हर रोज सुबह 5 बजे उठकर अपनी प्रैक्टिस करती है. सिएना की माता का कहना है कि उसमें इतना जनून है कि वो सुबह खुद उन्हें उठाकर अपनी डाइट तैयार करने के लिए कहती है. सिएना रोजाना 4 से 5 घंटे लॉन टेनिस की प्रैक्टिक्स करती है.सिएना मोबाइल और टीवी से खासी दूरी बनाकर रखती है और गेम की तरफ उसका पूरा ध्यान रहता है. उसका एक और रिकॉर्ड रनिंग का भी है.

5895 मीटर पर्वत की ऊंचाई 39 घंटे में किया पूरा
उसने कम उम्र में 24 किलोमीटर की रनिंग की थी. वहीं इतना ही नहीं पिछले साल ही सिएना ने अपने पिता के साथ साउथ अफ्रीका में स्थित 2 पर्वत किलिमंजारो और मेरू पर्वत पर फतह हासिल की थी .उसने वहां पर जाकर तिरंगा फहराया था और देश का नाम रोशन किया.ये उपलब्धि बहुत कम भारतीयों के नाम है. मेरू पर्वत की ऊंचाई 4566 मीटर है जबकि किलोमनजारों पर्वत की ऊंचाई 5895 मीटर है और उसे सिएना ने 39 घंटे में पूरा किया था.

पिता ही है बेटी के कोच
वहीं सिएना के पिता लॉन टेनिस कोच हैं जो अब लुधियाना में एकेडमी चलाते हैं.और उसे वे ही ट्रेनिंग दे रहे है. वे गेम के साथ साथ सिएना की डाइट पर खासा ध्यान रखते हैं.परिवार का सपना है बेटी देश के लिए गेम्स खेल और भारत का नाम रोशन करे सिएना अभी अपने परिवार के साथ पंजाब के लुधियाना में रहती है लेकिन सिएना का पैतृक गांव करनाल के इंद्री का गोरगढ़ है. अभी वे लुधियाना से करनाल आए हुए थे जहां सिएना ने बताया कि कैसे उसने इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है.

.

FIRST PUBLISHED : October 10, 2023, 13:34 IST

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *