रिपोर्ट – अरविंद शर्मा
भिण्ड. आपने मधुमक्खी पालन होते खूब देखा, लेकिन क्या आपको पता है मधुमक्खी हर रोज खाने में क्या लेती है और उसकी डाइट कैसी होती है. मध्य प्रदेश के भिंड में मधुमक्खी पालन से जुड़े किसान शिवकुमार ने लोकल 18 को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन करने के लिए किसानों को सिर्फ 3 महीने खेत में पेटी नहीं रखनी होती है. यह ऑफ सीजन होता है, जब मधुमक्खी को पराग चूसने के लिए फूल नहीं मिलते. इन दिनों में किसान मधुमक्खियों के लिए चीनी का इंतजाम करते हैं.
आपको यह जानकर हैरत होगी कि ऑफ सीजन में मधुमक्खी को जिंदा रखने के लिए किसान हर रोज उन्हें शक्कर खिलाते हैं. जी हां, भिंड के मधुमक्खी पालक शिवकुमार ने बताया कि हर रोज 250 ग्राम शक्कर गिलास में घोलकर पेटी में रखना होता है. पूरे सीजन यानी 6 माह में 30 क्विंटल शक्कर मधुमक्खी खा जाती है. लेकिन जब सरसों पर फूल आ जाते हैं, तो मधुमक्खी सरसों के फूल से खुद भोजन लेना शुरू कर देती हैं.
सर्दी के सीजन में होती है खेती
किसान विवेक ने बताया कि मधुमक्खी पालन तो साल के 365 दिन चलता है, लेकिन शहद की खेती सर्दी के सीजन में ही होती है. मधुमक्खियां नवम्बर से लेकर मार्च के महीने तक शहद बनाती हैं. इसके बाद ऑफ सीजन आ जाता है. इसी दौरान चीनी खिलाकर मधुमक्खियों को जिंदा रखना होता है. ये पालतू मधुमक्खियां सीजन आते ही दोबारा परागन प्रक्रिया के साथ शहद बनाना शुरू कर देती हैं.अगर हम इसके बाजार की बात करें तो शुद्ध शहद की कीमत बाजार में 700 से लेकर 1000 रुपये प्रति किलो तक रहती है. यदि आप प्रति बॉक्स 1000 किलो शहद का उत्पादन करते हैं, तो एक सीजन में मधुमक्खी पालन से लाखों रुपये की कमाई हो सकती है.
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FIRST PUBLISHED : January 9, 2024, 13:54 IST