6 महीने की कड़ी ट्रेनिंग फिर VVIP की सुरक्षा की जिम्मा, झारखंड पुलिस को मिले 8 नए स्नीफर डॉग्स

रांची. नक्सलियों के खिलाफ लोहा लेने के साथ-साथ रांची एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेवारी अब झारखंड के अपने स्वान दस्ते संभालते हुए नजर आएंगे. दरअसल झारखंड पुलिस के द्वारा पहली बार 08 स्वान के बच्चों को एडॉप्ट किया गया है, जिनकी ट्रेनिंग सीआईएसएफ के एकमात्र वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग सेंटर में कराई जा रही है. झारखंड सीआईडी के स्वान दस्ते के कैंप में आजकल लियो, एलेक्स, बाबू, बारु, सैंडी, हनी, रूबी और किटी की चहल कदमी है.

ये स्वान दस्ते के नए सिपाही हैं जिन्हें तैयार किया जाना हैं. मामले की जानकारी देते हुए सीआईडी के डॉक्टर पंकज ने बताया कि इनकी ट्रेनिंग भारत के सीआईएसएफ के एक मात्र वर्ल्ड क्लास कैंप में कराई जाएगी. ये ट्रेनिंग कैंप रांची में ही है. स्वान दस्ते के इन 08 जवानों को 06 माह की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होगा और उसके बाद इन्हें स्वान दस्ते में शामिल किया जाएगा. ये स्वान उच्च कोटि के लेब्राडॉर हैं. पुलिस के द्वारा बनाए गए मानकों के क्राइटेरिया को भी ये फूल फिल करते है.

बता दें कि अब तक झारखंड पुलिस पारा मिलिट्री और आर्मी से ही स्वान की खरीदारी करती है लेकिन पहली बार खुद से ही इन स्वान को एडॉप्ट किया गया है. सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता इस बारे में बताते हैं कि स्वान दस्ते की आवश्यकता सुरक्षा के लिहाज से काफी जरूरी है लेकिन कुछ टेक्निकल कारणों से डॉग की खरीदारी हाल के दिनों में नही हो पा रही थी. ऐसी परिस्थिति में ही डॉग एडॉप्शन को लेकर एक प्रस्ताव आया था, जिसे गंभीरता पूर्वक लिया गया, जिसके बाद ये एडॉप्शन संभव हो पाया.

हालांकि इसमें भी कोई कौंप्रोमाइज क्वालिटी और जरूरत के लिहाज से नहीं किया गया. डीजी ने बताया कि सभी स्वान के एडॉप्शन को लेकर एक कमिटी बनी थी, जिसमे चिकित्सक के साथ एक एसपी और एक डीएसपी इसमें शामिल थे. कमिटी के द्वारा स्वान के सभी मानकों को बारीकी से परखा गया, जिसके बाद ही इन स्वान को एडॉप्ट किया गया है. उन्होंने बताया कि इन स्वानों को एक्सप्लोसिव ट्रेनिंग के लिए भेजा रहा है, जिसके बाद इनका इस्तेमाल आने वाले दिनों में पुलिस के द्वारा किया जाएगा.

डीजी सीआईडी ने बताया की आने वाले दिनों में झारखंड पुलिस के जिम्मे कई एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेवारी मिलनी है और वहां पर इन स्वान की विशेष जरूरत होगी. इसके साथ ही एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान लैंड माइंस, वीआईपी सुरक्षा सहित अन्य कार्यों में भी इन स्वान की भूमिका देखने को मिलेगी. बता दें कि इन स्वान दस्ते में 04 मेल जबकि 04 फीमेल डॉग हैं. इन डॉग को सीआईडी के ही डॉग स्क्वायड के इंस्पेक्टर जोसेफ फ्रांसिस तिर्की ने झारखंड पुलिस को दिया है.

Tags: Jharkhand news, Ranchi news

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