568 लड़कियों की सामूहिक फर्जी विवाह, 15 मास्टर माइंड पर कानूनी शिकंजा

बलिया. उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हाल ही में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा करने के मामले में गुरुवार को पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के दो सहायक विकास अधिकारी तथा जिला समाज कल्याण विभाग के पटल अधिकारी सहित 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस मामले में आरोपी एक सहायक विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है तथा दो अन्य सरकारी कर्मियों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जा रही है.

बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने गुरुवार को बताया कि मनियर थाना क्षेत्र में 25 जनवरी को हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के दो सहायक विकास अधिकारियों- सुनील कुमार यादव तथा भानुप्रताप एवं जिला समाज कल्याण विभाग के पटल अधिकारी रविन्द्र गुप्ता के साथ ही आलोक श्रीवास्तव, उपेन्द्र यादव, दीपक चौहान, मुकेश कुमार गुप्ता, रामजी चौहान, संतोष यादव, अर्जुन वर्मा, रामनाथ, अच्छेलाल वर्मा, धर्मेन्द्र यादव, गुलाब यादव और सर्वजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है.

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कुमार ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कुल 568 जोड़े का विवाह हुआ था. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम ने सभी मामलों का सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट दे दी है. यह पूछे जाने पर कि जांच में कितने जोड़े अपात्र मिले हैं, उन्होंने विस्तृत ब्यौरा देने से इंकार किया है.

जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव की तहरीर पर मंगलवार को रात्रि मनियर थाना में समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव और आठ लाभार्थी मानिकपुर गांव की अर्चना, रंजना यादव और सुमन चौहान व सुल्तानपुर गांव की प्रियंका, सोनम, पूजा, संजू व रमिता के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत संबंधित धाराओं के तहत नामजद मामला दर्ज किया गया था.

सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘उप्र के बलिया में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत भाजपाई भ्रष्टाचार की अजीब धांधली सामने आई है, जहां पैसे का लालच देकर युवाओं को झूठ-मूठ का दूल्हा बनाया गया. ये प्रदेश की लड़कियों के साथ धोखा है और भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी. इसकी गंभीरता से जांच की जाए क्योंकि ऐसे फर्जीवाड़े के पीछे युवा नारियों का पूरा जीवन दांव पर लग सकता है.’

कथित तौर पर इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें बबलू नामक एक युवक संवाददाताओं को बता रहा है कि वह सामूहिक विवाह कार्यक्रम देखने गया था, वहां उसे 2-3 हजार रुपये का लालच देकर ‘शादी के लिये’ बैठा लिया गया था.

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संवाददाताओं के पूछने पर युवक बता रहा है कि उसे टोपी लगाकर और माला पहनाकर फोटो खींची गयी थी। वीडियो में युवक यह भी कह रहा है कि वहां इस तरह से बैठाये गये बहुत से लोग थे. उसे इसके लिये धन भी नहीं मिला. थाना प्रभारी सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए जिला कृषि अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी की एक समिति गठित की गई थी.

सिंह ने बताया कि जांच में पाया गया कि मानिकापुर गांव की अर्चना की शादी जून 2023 को ही हो चुकी थी. इसके अलावा रंजना यादव और सुमन चौहान की शादी मार्च 2023 में, प्रियंका की शादी नवम्बर 2023 में, पूजा की शादी एक वर्ष पहले, संजू की शादी तीन वर्ष पहले और रमिता की शादी जुलाई 2023 में ही हो चुकी थी. इसके अलावा सोनम का विवाह अभी तय नहीं है. ये सभी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पात्र नहीं हैं.

Tags: Ballia news, Marriage news

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