56 भोग में 56 तरह के व्यंजन का भगवान पशुपतिनाथ को लगाया गया भोग

शादाब/मन्दसौर. विश्व प्रसिद्ध अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ को 56 भोग हर साल लगाए जाते है. जिसमें 56 तरह के व्यंजन भगवान के सामने परोसे जाते हैं और इस साल भी बाबा पशुपतिनाथ के चरणों में 56 भोग अर्पित किए गए. भोग शुद्ध देसी घी और मावे से निर्मित था. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा भोले के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे. जानकारी के मुताबिक 56 भोग की तैयारीयों का सिलसिला 27 अगस्त से जारी था.

मंदसौर में अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ की विशाल प्रतिमा विराजित है. देशभर से लोग यहां भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. हाल ही में सावन का महीना खत्म हुआ है और हर साल सावन खत्म होने के बाद प्रथम रविवार को प्रातः कालीन आरती मंडल के ओर से भगवान पशुपतिनाथ को 56 भोग परोसा जाता है. जानकारी के मुताबिक 56 भोग का यह सिलसिला पिछले 45 सालों से निरंतर जारी है.

हर साल की तरह इस साल भी सावन खत्म होने के बाद पहले रविवार को भगवान पशुपतिनाथ के चरणों में 56 भोग परोसे गए. आपको बता दें कि 56 भोग में 56 तरह के व्यंजन शुद्ध देसी घी और मावे से बनाए गए हैं. 56 तरह के व्यंजनों में विभिन्न प्रकार की मिठाइयां शामिल है. यह 56 तरह के व्यंजन 3 सितंबर को भगवान के सामने परोसे गए, जिनका वजन भी 56 क्विंटल ही बताया जा रहा है. रविवार को 56 भोग के अलावा पशुपतिनाथ मंदिर में महारुद्राभिषेक और हवन भी किया गया था. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे और 56 भोग के भव्य कार्यक्रम में शिरकत की.

56 भोग की मान्यता
पशुपतिनाथ को छप्पन भोग लगाए जाने के संदर्भ में रमेश पुरोहित ने बताया कि पुराणों के अनुसार पंडित जी 8 दिनों तक भगवान को भोग नहीं लगा सके थे. 8 दिन बाद भोग लगाया तो एक साथ 56 प्रकार के व्यजंन बनाए गए और उन व्यंजनों का भोग भगवान को लगाया गया. जिसके बाद से भगवान को 56 व्यंजन का भोग लगाया जाने लगा.

पशुपतिनाथ का स्वरूप है मनमोहक
मंदिर में भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए पहुंची दीक्षा पांडे ने बताया कि आज 56 भोग बाबा को लगाएं गए है. बाबा पशुपतिनाथ का स्वरूप बहुत मनमोहक है, इस दौरान मंदिर का माहौल काफी अच्छा लग रहा है. सावन महीना खत्म हो चुका है हमें ऐसा लगा था कि मंदिर में श्रद्धलुओं की तादात कम होगी. लेकिन यहां आने के बाद ऐसा बिल्कुल नही लगा श्रद्धालु बढ़-चढ़ कर भगवान के दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं.

मंदिर के मुख्य पुजारी ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
पशुपतिनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाश भट्ट ने बताया कि प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी प्रातः कालीन आरती मंडल के तत्वाधान में भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया. 56 भोग 7 दिन में बनाए गए. जिसमें कई प्रकार के व्यंजन तैयार किए गए. 56 भोग का आयोजन पिछले 45 सालों से निरंतर किया जा रहा है.

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