54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का गोवा में भव्य शुभारंभ

भारतीय 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) का आयोजन 20 नवंबर से 28 नवंबर तक गोवा के पणजी में मांडवी नदी के किनारे स्थित एंटरटेनमेंट सोसायटी ऑफ़ गोवा के परिसर में मौजूद सिनेमाहाल, Inox मल्टीप्लेक्स और कला अकादमी सहित ओपन ग्राऊंड में आयोजित किया गया है। महोत्सव के विभिन्न खंडों में 250 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं। सोमवार, 20 नवंबर की शाम सभी को इंतजार था, गोवा के पणजी में स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सभागार स्टेडियम (Dr Shyama Prasad Mukherjee Indoor Stadium) में भव्य उद्घाटन समारोह का। उद्घाटन समारोह के मुख्य आकर्षण रहे शाहिद कपूर, माधुरी दीक्षित, श्रिया सरन, नुसरत भरुचा, पंकज त्रिपाठी, शांतनु मोइत्रा, श्रेया घोषाल और सुखविंदर सिंह। इस शानदार समारोह की मेजबानी अपरशक्ति खुराना और करिश्मा तन्ना ने की। 

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 54वें वर्ष संस्करण में देश और दुनिया भर से मशहूर हस्तियों, फिल्म बिरादरी और सिनेप्रेमियों के स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाया गया है। इस साल 105 देशों से 2926 फिल्मों की भारी भरकम प्रविष्टियों के साथ आईएफएफआई वैश्विक महोत्सव सर्किट में एक पसंदीदा महोत्सव के रूप में उभरा है, जो पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुतियां हैं। फिल्मों के दीवाने दर्शक और डेलीगेट्स पूरे महोत्सव में 270 से अधिक फिल्मों का आनंद उठा सकते हैं, जिसमें 13 विश्व, 18 अंतर्राष्ट्रीय, 62 एशियाई और 89 भारतीय प्रीमियर के क्यूरेटेड चयन में शामिल हो सकते हैं। 15 फीचर फिल्में (12 अंतर्राष्ट्रीय और तीन भारतीय फिल्में) प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पुरस्कार के लिए और 15 ओटीटी प्लेटफार्मों से 32 प्रविष्टियां सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।

हर साल, उद्घाटन समारोह में फिल्म इंडस्ट्री के सितारों से सजी होती है और इस बार भी सितारों से सजी शाम ने इस भव्य आयोजन में रंग भर दिए । भारत को वैश्विक फिल्म स्थान के रूप में स्थापित करने की सरकार की पहल पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने भारत में बड़े बजट की अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माण को आमंत्रित करने के लिए विशेष प्रोत्साहन की घोषणा की। विदेशी फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन 30% से बढ़ाकर 40% कर दिया गया है। देश में विदेशी फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन आज रुपये की बढ़ी हुई सीमा के साथ किए गए खर्च का 40% है। 30 करोड़ (3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक) और महत्वपूर्ण भारतीय सामग्री (एसआईसी) के लिए अतिरिक्त 5% प्रतिशत बोनस। यह कदम देश में मध्यम और बड़े बजट की अंतरराष्ट्रीय फिल्म परियोजनाओं को आकर्षित करने के भारत के प्रयासों को और गति देगा। 

भारत द्वारा पिछले साल कान्स में विदेशी फिल्मों के निर्माण के लिए प्रोत्साहन योजना की घोषणा की गई थी, जिसमें देश में फिल्म निर्माण के लिए किए गए खर्च का 30% तक की प्रतिपूर्ति की पेशकश की गई थी, जो कि 2.5 करोड़ रुपये तक सीमित थी। गोवा में घोषणा करते हुए, श्री ठाकुर ने कहा, “फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने में यह आदर्श बदलाव कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए भारत की प्रतिबद्धता और समर्थन के प्रमाण के रूप में कार्य करता है और सिनेमाई प्रयासों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है”।

अंतर्राष्ट्रीय प्रोडक्शन जिन्हें 01.04.2022 के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और विदेश मंत्रालय (केवल वृत्तचित्रों के लिए) द्वारा शूटिंग की अनुमति दी गई है, वे इस प्रोत्साहन योजना के लिए पात्र होंगे। प्रोत्साहन दो चरणों में वितरित किया जाएगा यानी अंतरिम और अंतिम। भारत में परियोजना पूरी होने के बाद अंतिम संवितरण दावा किया जा सकता है। प्रोत्साहन एक विशेष प्रोत्साहन मूल्यांकन समिति की सिफारिश पर प्रदान किया जाएगा। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) के तहत स्थापित फिल्म सुविधा कार्यालय (एफएफओ) इस प्रोत्साहन योजना को क्रियान्वित कर रहा है। एफएफओ एकल-खिड़की सुविधा और निकासी तंत्र के रूप में कार्य करता है जो भारत में फिल्मांकन को आसान बनाता है, साथ ही एक फिल्म-अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और देश को फिल्मांकन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने का प्रयास करता है। 

भारतीय सिनेमा के तथ्यों और उपलब्धियों की बात करते हुए मंत्री जी का यह भाषण फिल्मों के किस्सों और डायलॉग्स से भरपूर था। उन्होंने बताया कि फिल्में फिल्म संस्कृति को कैसे प्रभावित करती हैं। फिल्म आनंद के डायलॉग ‘बाबूमोशाय, जिंदगी बड़ी होनी चाहिए, लंबी नहीं’ का उदाहरण देते हुए मंत्री जी ने कहा कि आईएफएफआई एक सिनेमाई अनुभव प्रदान करता है जो छोटा नहीं बल्कि भव्य है। समाज पर सिनेमा के प्रभाव का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे 1902 में बनी फिल्म ‘ए ट्रिप इन द मून’ ने साहसपूर्वक अंतरिक्ष यात्रा के विचार का सुझाव दिया और भारत ने इस साल चंद्रमा पर चंद्रयान -3 मिशन के साथ अपने सपने को साकार किया। उन्होंने कहा, “यह दिखाता है कि कैसे एक फिल्म के दौरान एक विचार की कल्पना की जा सकती थी, लेकिन समय के साथ सरकार उस तरफ सोचना शुरू कर देती है।”

इफ्फी 54वें संस्करण में पहली बार कई ऐसी उपलब्धियां को शामिल किया गया, उन सभी बातों पर प्रकाश डालते हुए मंत्री जी ने महोत्सव में 40 महिला फिल्म निर्माताओं पर ध्यान केंद्रित करने की बात का उल्लेख किया। उन्होंने 75 क्रिएटिव माइंड्स पहल के बारे में विस्तार से बताया, जिसे इस वर्ष देश भर से 600 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। रचनात्मक बिरादरी की बौद्धिक संपदा की रक्षा के लिए, उन्होंने हालिया सिनेमैटोग्राफ संशोधन विधेयक 2023 का उल्लेख किया, जिसने कानूनी ढांचे को व्यापक बनाया, सेंसरशिप पर भी ध्यान केंद्रित किया और पायरेसी यानी फिल्मों की चोरी के खिलाफ जोरदार उपाय भी शेयर किए।

गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए फिल्म को बढ़ावा देने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा ने राज्य में प्रस्तावित फिल्म सिटी के लिए रुचि का विस्तार किया है।

महोत्सव में ऐसा पहली बार हुआ जब सुपरस्टार माधुरी दीक्षित को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मंच पर अपनी यादें साझा करते हुए, उन्होंने राजश्री प्रोडक्शन के लिए फिल्म अबोध में अपने पहले ऑडिशन को याद किया।

दुनिया के सबसे बड़े फिल्म और सांस्कृतिक उत्सवों में से एक 54वें IFFI उद्घाटन समारोह में देश भर के तमाम प्रसिद्ध व्यक्तियों के अलावा सनी देओल, विजय सेतुपति, सारा अली खान, करण जौहर भी शामिल हुए। Viacom Media Pvt. Ltd. लगातार दूसरे साल भी फिल्म महोत्सव के उद्घाटन और समापन समारोहों का एकमात्र प्रसारण करेगा, जो कि भारत के प्रमुख मनोरंजन चैनल COLORS और OTT प्लेटफॉर्म JioCinema किया जाएगा। सितारों से भरी इस धमाकेदार समारोह का आयोजन Wizcraft Entertainment Agency द्वारा किया गया, जो देश के प्रमुख लाइव इवेंट्स निर्माता हैं।

समारोह का शुभारंभ बेहद चर्चित गुजराती गाने ‘खलासी’, पंजाबी गाने ‘नच पंजाबन’ और ‘सौदा खरा-खरा’,  तमिल गाने ‘वाती कमिंग’, बंगाली गाने ‘गेंदा फूल’, तेलुगु गाने ‘रानू-रानू’, मलयालम के एक गाने और ‘शिवबा आमचा मल्हारी’ और ‘श्री गणेशा देवा’ जैसे मराठी गानों पर कलाकारों के बेहतरीन परफॉर्मेंस के साथ हुआ। शानदार प्रस्तुति के बाद सभी मेहमानों का स्वागत सत्कार कर सभागार में मौजूद सभी लोगों ने साथ में राष्ट्रगान जन-गण-मन गाया।

राष्ट्रगान के पश्चात सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, सूचना और प्रसारण के राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन, गोवा के माननीय मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत, ईएसजी की उपाध्यक्ष मिस डालिला लोबो, गोवा के मुख्य सचिव श्री पुनीत गोयल, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मिस नीरजा शेखर, वायकॉम 18 के समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री केविन वाज ने दीप प्रज्वलित किया और स्टीयरिंग समिति के सदस्य – श्री राहुल रवैल, श्री बॉबी बेदी, श्री रवि कोट्टाराकर, श्री शूजित सरकार, श्री आर. बाल्की, श्री प्रसून जोशी, मिस खुशबू सुंदर, मिस वाणी त्रिपाठी, मिस एमी बारुआ सहित देश-दुनिया से पहुंचे गणमान्य अतिथियों को दीप प्रज्वलित करने के लिए स्टेज पर आमंत्रित किया।

अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी के सदस्यों श्री जोस लुइस अलकैन, श्री जेरोम पैलार्ड, मिस हेलेन लीक, मिस कैथरीन डुसार्ट, श्री शेखर कपूर को मंच पर आमंत्रित कर शॉल और आईएफआई मेमोरियल सम्मानित किया गया। ओपनिंग सेरेमनी में एक्ट्रेस नुसरत भरूचा ने फिल्म पुष्पा के सामी-सामी गाने में परफॉर्म कर साउथ इंडियन फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता का प्रतिनिधित्व किया, फिल्म आरआरआर के गाने नाटू-नाटू पर परफॉर्म कर ऑस्कर अवॉर्ड के गौरव की याद को ताजा किया। फिल्म पठान के झूमे जो पठान, रमैय्या वस्तावैय्या गाने पर डांस कर बॉक्स ऑफिस पर एक बार फिर से हिंदी फिल्मों की बड़ी वापसी का जश्न मनाया। फिल्म 83 के गाने जीतेगा जीतेगा गाने पर प्रस्तुति देकर चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग और एशियाई खेलों में भारत की जीत का जश्न मनाया। नुसरत के बाद एक्ट्रेस श्रिया सरन ने तमिल, मलयालम, कन्नड़, तेलुगु और हिंदी फिल्म के चर्चित गानों पर परफॉर्म किया।  

शॉल और आईएफएफआई मेमोरियल प्रदान कर सिंगर तबा चाके, सुखविंदर, एक्टर जिशु सेनगुप्ता, शाहिद कपूर, पंकज त्रिपाठी, विजय सेतुपति, सनी देओल, एक्ट्रेस श्रिया सरन, नुसरत भरूचा, सारा अली खान, फिल्ममेकर करण जौहर और म्यूजिक डायरेक्टर शांतनु मोइत्रा को सम्मानित किया गया। इस मौके पर जहां सिंगर सुखविंदर सिंह ने जहां ‘ऐ वतन मेरे वतन’, ‘बन ठन चली’, ‘गल्लां गुड़ियां’, ‘दिल डांस मारे’, ‘झूम बराबर झूम’ और ‘कतरा-कतरा’ जैसे गानों को परफॉर्म कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, वहीं शांतनु मोइत्रा, तबा चाके और श्रेया घोषाल ने भी शानदार परफॉर्मेंस दी।

एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने ‘ओ..रे..पिया…’, ‘मार डाला’, ‘काहे छेड़े’, ‘घर मोरे परदेसिया’, ‘डोला रे’ और ‘आजा नाच ले’ जैसे अपने फेमस गानों पर धमाकेदार प्रस्तुति देकर सभी दर्शकों का मन मोह लिया तो शाहिद कपूर ने भी अपनी फिल्म कबीर सिंह धुन, ‘धन तनन’, ‘शाम शानदार’, ‘नगाड़ा’, ‘सज-धज के’, ‘तू मेरे अगल-बगल’, ‘साड़ी के फॉल सा’ और ‘धतिंग नाच’ जैसे सुपरहिट गानों पर जमकर डांस कर अपना स्वैग दिखा दिया।

इस मौके पर जहां, माधुरी दीक्षित ने कहा, “सिनेमा ने मुझे बहुत कुछ दिया है, अब बदले में कुछ वापस देने का समय आ गया है। गीत और नृत्य के अलावा ऐसा करने का इससे बेहतर तरीका क्या हो सकता है, जो न केवल भारतीय सिनेमा, बल्कि भारतीय संस्कृति का भी अभिन्न अंग है।” वहीं शाहिद कपूर ने कहा, “महान काम करना स्वाभाविक रूप से तब आता है, जब आप जो करते हैं उसके प्रति जुनूनी होते हैं। दर्शकों के सामने लाइव परफॉर्म करना मुझे सचमुच बहुत पसंद आता है… धन्यवाद आईएफएफआई, मुझे 20 नवंबर को गोवा में एक बार फिर ऐसा करने का मौका मिला।“

आईएफएफआई (IFFI) उद्घाटन समारोह के बारे में बात करते हुए सूचना और प्रसारण और युवा कार्यक्रम और खेल मिनिस्टर, श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “आईएफएफआई हर वर्ष बड़ा हो रहा है। देश भर के हमारे फिल्म निर्माताओं के जुनून और उस सहयोग के लिए धन्यवाद जो हम दुनिया भर के निर्देशकों और निर्माताओं के साथ जुड़ने में सक्षम हुए हैं। जैसा कि हम सभी क्षेत्रों, सिनेमा, कला और संस्कृति में भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने के माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहे हैं, हमारे युवाओं को उन कहानियों के साथ विश्व मंच पर आगे बढ़ने के लिए सशक्त बना सकते हैं जो मूल रूप से ग्लोबल, लेकिन दिल से लोकल हैं। वास्तव में, आईएफएफआई सहयोग, संयुक्त उत्पादन और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी स्थापित करने के लिए एक आदर्श मंच बन गया है।”

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव, श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा, ”भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग पिछले तीन वर्षों में सालाना औसतन 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जिसमें ग्लोबली दर्शकों और उपयोग के लिए मूल कहानियों और अत्याधुनिक तकनीक पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस वर्ष IFFI को 105 देशों से रिकॉर्ड संख्या में 2926 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जो पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक हैं। देश के फिल्म उद्योग के साथ काम करते हुए, हमारी टीम के प्रयासों का उद्देश्य हर नए संस्करण के साथ महोत्सव को बड़ा और बेहतर बनाना है।”  

ब्रॉडकास्ट एंटरटेनमेंट वायाकॉम18 के सीईओ केविन वाज़ ने कहा, ”दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और भौगोलिक सीमाओं से परे कहानियों के लिए एक सबसे बेहतर भूमि है। देश के अग्रणी कहानीकारों और मनोरंजनकर्ताओं के रूप में, हमारा मानना है कि हर कहानी को उसके दर्शकों तक और हर दर्शक को उसकी कहानी तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। इसी विश्वास के साथ हम लगातार दूसरे वर्ष आईएफएफआई के साथ साझेदारी कर रहे हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य देश भर की संस्कृतियों का जश्न मनाना, उन्हें एकजुट करना तथा भारत के लोकाचार में दुनिया का मनोरंजन करना, शिक्षित करना और सशक्त बनाना है।”  

IFFI ने उद्घाटन समारोह में अपनी आने वाली फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय एक्टर्स और फिल्म निर्माताओं को आमंत्रित किया गया। इस कड़ी में सबसे पहले करण जौहर और सारा अली खान ने अपनी आगामी ड्रामा-थ्रिलर फिल्म ऐ वतन मेरे वतन का पहला लुक जारी किया। शोकेस के दौरान सुखविंदर सिंह ने फिल्म का टाइटल ट्रैक गया। बता दें, यह फिल्म उषा मेहता की कहानी है, जिन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान एक भूमिगत रेडियो स्टेशन, कांग्रेस रेडियो शुरू किया था, जो कुछ महीनों तक बिना सेंसर किए और यहां तक कि प्रतिबंधित समाचार भी प्रसारित करता था।

करण जौहर की फिल्म के फर्स्ट लुक के बाद एक्टर पंकज त्रिपाठी, म्यूजिक डायरेक्टर शांतनु मोइत्रा, सिंगर श्रेया घोषाल, सिंगर तबा चाके, नेशनल अवॉर्ड विनर डायरेक्टर अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित क्राइम-थ्रिलर फिल्म कड़क सिंह की पहली झलक दिखाई गई। यह फिल्म में वित्तीय अपराध विभाग के एक अधिकारी ए.के. श्रीवास्तव की कहानी है, जो रेट्रोग्रेड एम्नेसिया यानी भूलने की बीमारी से जूझते हुए चिट फंड घोटाले के पीछे की सच्चाई को उजागर करते है। इस मौके पर अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने कहा, “आईएफएफआई महोत्सव ने हमेशा प्रेरक कहानियों और कहानीकारों के लिए एक मंच प्रदान किया है, जो भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं और सिस्टम को साफ करते हैं, जिससे हमें प्रेरणा मिलती है और हम सशक्त बनते हैं।”

फिल्मों के फर्स्ट लुक शोकेस की इस कड़ी में सुपरस्टार विजय सेतुपति अपनी ब्लैक कॉमेडी फिल्म गांधी टॉक्स के ट्रेलर का अनावरण किया। विजय की यह फिल्म आज के समय की एक साइलेंट फिल्म है। फिल्म में विजय सेतुपति के साथ एक्टर अरविंद स्वामी, सिद्धार्थ जाधव और अदिति राव हैदरी भी अहम्द्वा भूमिका में हैं। यह कहानी इन्हीं चार पात्रों के इर्द-गिर्द घूमती है।

महोत्सव निदेशक- आईएफएफआई (संयुक्त सचिव (फिल्म) और एमडी/एनएफडीसी) श्री पृथुल कुमार, ने कहा, “9 दिनों तक चलने वाले इस फिल्म महोत्स्व में इस साल आईएफएफआई में 13 फिल्मों का विश्व प्रीमियर, 18 फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर, 62 फिल्मों का एशिया प्रीमियर और 89 भारतीय फिल्मों के प्रीमियर होंगे। ये फिल्में, जो सभी सीमाओं और संस्कृतियों से परे हैं, भारतीय और विश्व सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व करती हैं। 54वें आईएफएफआई महोत्स्व में फेस्टिवल की पूरी टीम पर सिनेमाई उत्कृष्टता प्रदर्शित करने की विरासत को आगे बढ़ाने का दायित्व है। फेस्टिवल टीम यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है कि सभी दर्शक बेहतरीन फिल्मों का आनंद लें, विचारोत्तेजक, मास्टरक्लास और अन्य चर्चाओं में शामिल हों और ऐसी यादें लेकर जाएं जो जीवन भर याद रहेंगी।”

महोत्सव के उद्घाटन समारोह के दौरान बॉलीवुड सितारे शाहिद कपूर, श्रिया सरन, नुसरत भरूचा, सारा अली खान, पंकज त्रिपाठी, शांतनु मोइत्रा, श्रेया घोषाल और सुखविंदर सिंह ने भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा के शानदार प्रदर्शन में योगदान दिया। हॉलीवुड सुपरस्टार कैथरीन ज़ेटा-जोन्स, सलमान खान, विद्या बालन, आयुष्मान खुराना, विक्की कौशल, रानी मुखर्जी, सिद्धार्थ मल्होत्रा, करण जौहर, विजय सेतुपति, दिव्या दत्ता, जिशु सेनगुप्ता, अदिति राव हैदरी, एआर रहमान और अमित त्रिवेदी की सम्मानजनक उपस्थिति के साथ भव्य महोत्सव का आगाज संपन्न हुआ। 

समापन समारोह का नेतृत्व एक्टर आयुष्मान खुराना और म्यूजिक डायरेक्टर अमित त्रिवेदी करेंगे। आयुष्मान स्टेज पर अपने सुपरहिट गानों पर परफॉर्म कर सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के विनर माइकल डगलस को ट्रिब्यूट देंगे। अमित त्रिवेदी अपने सुपरहिट गानों के मिश्रण के साथ साउंड्स ऑफ भारत की एक विशेष प्रस्तुति देंगे।

फिल्म महोत्सव के समापन समरोह में हिमाचल प्रदेश पुलिस, ‘हार्मनी ऑफ द पाइन्स’ ऑर्केस्ट्रा द्वारा देशप्रेम का उत्साह जगाने वाला एक विशेष क्यूरेटेड प्रदर्शन करेगी। समापन समारोह में, वर्ष का सर्वश्रेष्ठ’ आईसीएफटी यूनेस्को गांधी पदक, सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) और (महिला), ‘विशेष जूरी पुरस्कार’, ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सर्वश्रेष्ठ वेब श्रृंखला’, ‘भारतीय फिल्म व्यक्तित्व’ के लिए कई पुरस्कार और विशेष सम्मान प्रदान किए जाएंगे।

 

 

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