भोपाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चिंता प्रकट की। सीएम ने कहा कि हम सभी भगवान से प्रार्थना करें कि बारिश कर दें। सीएम ने कहा कि मैं रात भर परेशान रहा क्योंकि पूरा अगस्त का महीना सूखा गया। सूखे के कारण बांध भी पूरे नहीं भरे और बिजली की डिमांड भी एकदम बढ़ी, क्योंकि फसलें अगर बचाना है तो पानी देना जरूरी है। आज तक कभी ऐसी डिमांड नहीं आयी।
संकट की स्थिति है
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम अपनी तरफ से भरसक कोशिश कर रहे हैं कि चीजे ठीक रहें, लेकिन यह संकट की स्थिति है। 50 साल में सूखे का ऐसा संकट कभी नहीं आया। अभी भादौ चल रहा है। मैं भी भगवान से प्रार्थना करूंगा, आप भी प्रार्थना करें कि एक बार बारिश जरूर हो जाए। ताकि हम फसलें बचा सकें और बाकी व्यवस्थाएं भी ठीक चलती रहें। सीएम के इस बयान का सीधा मतलब है कि राज्य में बारिश नहीं होने से प्रशासन को भी कई तरह की दिक्कतें होंगी।
एमपी में कब से नहीं हुई बारिश
मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में 18 अगस्त के बाद से बारिश नहीं हुई है। 2 सितंबर तक मध्य प्रदेश में औसत से 16 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी मध्य प्रदेश में 13 तो पश्चिमी प्रदेश में 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
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सितंबर में मिल सकती है राहत
मौसम विभाग के अनुसार, 5 सिंतबर के बाद मध्यप्रदेश में राहत की बारिश हो सकती है। हालांकि मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि सितंबर का महीना कैसा रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, तीन सितंबर से राज्य के कई जिलों में हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है।