पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए एक चरण में मतदान होगा जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। इन पांचों राज्यों में तीन दिसंबर को मतगणना होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इन चुनावों में करीब 16 करोड़ मतदाता मतदान करने के पात्र होंगे। मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान सात नवंबर को छत्तीसगढ़ की 20 सीटों के लिए पहले चरण के मतदान के साथ होगा। छत्तीसगढ़ की शेष 70 सीटों के लिए मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों के साथ 17 नवंबर को मतदान होगा। राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 23 नवंबर को होगा, जबकि 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा के लिए 30 नवंबर को अंतिम मतदान होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सभी पांच राज्यों में मतगणना तीन दिसंबर को होगी। हम आपको बता दें कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले देश में ये विधानसभा चुनावों की आखिरी श्रृंखला होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम छह महीने के अंतराल के बाद यहां एकत्र हुए हैं। ये चुनाव देश के लिए महत्वपूर्ण हैं और इसके बाद हम लोकसभा चुनाव की घोषणा के लिए मिलेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों की तैयारी के दौरान राजनीतिक दलों और प्रवर्तन एजेंसियों सहित सभी हितधारकों से मुलाकात की है।’’ सीईसी ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची को समावेशी बनाने पर विशेष जोर दिया है और ध्यान ‘रोल-टू-पोल’ या यह सुनिश्चित करने पर भी होगा कि सभी मतदाता मतदान करने के लिए आएं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रयास किए गए हैं। उन्होंने पांचों राज्यों के मतदाताओं विशेषकर युवाओं, महिलाओं एवं शहरी मतदाताओं का आह्वान किया कि वे मतदान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। राजीव कुमार ने कहा कि पहली बार विधानसभा चुनावों के लिए एक नयी चुनाव जब्ती प्रबंधन प्रणाली शुरू की जा रही है ताकि प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए निगरानी बढ़ाई जा सके। उन्होंने कहा कि अंतरराज्यीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी और अवैध शराब, नकदी, मुफ्त सामान और ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए कुल 940 चेकपोस्ट बनाए गए हैं। सीईसी ने कहा कि धनबल के इस्तेमाल को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और संदिग्ध ऑनलाइन नकद हस्तांतरण पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।
चुनावों की घोषणा के साथ ही जीत के दावों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने की निवार्चन आयोग की घोषणा का स्वागत किया और दावा किया कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी राज्यों में बड़े बहुमत से सरकार बनाएगी। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके साथियों की विदाई का भी उद्घोष हो गया है। खरगे ने यह उम्मीद भी जताई कि पांचों राज्यों में कांग्रेस की जीत होगी।
इसके साथ ही भाजपा ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। भाजपा ने राजस्थान में अपने सात सांसदों को भी विधानसभा चुनाव मैदान में उतारा है। मध्य प्रदेश में आगामी चुनाव के लिए बीजेपी ने 57 उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसके मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पारम्परिक सीट बुधनी से चुनाव लड़ेंगे, प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया से, गोपाल भार्गव रेहली से, विश्वास सारंग नरेला से और तुलसीराम सिलावट सांवेर से चुनाव लड़ेंगे। वहीं भाजपा ने राजस्थान में अपने प्रत्याशियों की जो पहली सूची जारी की है उसमें कुल 41 नामों में सात मौजूदा सांसदों के नाम शामिल हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से नई दिल्ली में यह सूची जारी गई। इस सूची में जहां लोकसभा सांसद नरेंद्र कुमार, दिया कुमारी, राज्यवर्धन राठौड़, भागीरथ चौधरी, देवजी पटेल व बालकनाथ शामिल हैं, वहीं राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा को भी भाजपा ने विधानसभा का टिकट दिया है। छत्तीसगढ़ के लिए जारी पार्टी की दूसरी सूची में 39 नाम हैं जिनमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद अरुण साव के अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और एक और सांसद का नाम शामिल है। पार्टी ने इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को राजनांदगांव की उनकी सीट से एक बार फिर उम्मीदवार बनाया है।