22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर में पूजा की विधि में विशेष बदलाव होगा. आपको बता दें कि मौजूद समय में राम मंदिर में दिन में पांच बार आरती होती है. राम मंदिर में पूजा में विशेष बदलाव मौजूदा परंपरा, मौजूदा पुजारियों, वैदिक गुरुओं और विद्वानों की देखरेख में पूरा खाका तैयार होगा. इस दौरान मौजूदा परंपरा का भी खास ध्यान रखा जाएगा.
राम मंदिर के सहायक पुजारी पंडित संतोष तिवारी ने न्यूज 18 इंडिया से खास बातचीत की और अपने 32 साल के अनुभव को साझा किया. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को श्री राम लला जब विराजमान होंगे तो उनका जीवन सार्थक हो जाएगा. पंडित संतोष तिवारी का कहना है कि ढांचे से लेकर टेंट और फिर मौजूदा परिसर में वह भगवान को भोग चढ़ाते हैं. एक पेड़े से लेकर कई किलो पेड़े भगवान जी को चढ़ाए गए ऐसा वक्त पर में हम आ गए हैं. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को ऐसा वक्त है जब उनका जीवन पूर्ण हो गया है, क्योंकि वहां स्वयं रामलला विराजमान हो रहे हैं.
उनका कहना है कि मौजूदा समय में रामलला की दिन में पांच बार आरती होती है. एक बार सुबह 5:00 बजे प्रातः आरती फिर 7:00 बजे श्रृंगार आरती, फिर 12:00 भोग आरती, फिर 7:30 बजे संध्या आरती शाम को फिर 8:30 शयन आरती होती है. इन सारी परंपराओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा. 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब पूजा की विधि राम मंदिर में शुरू होगी.
अंत में इनका कहना है कि मेरा जीवन पूर्ण हो गया है और मेरे लिए एक सपना के सच होना जैसा है क्योंकि रामलला विराजमान हो रहे हैं. 32 सालों से जैसे मैंने सेवा की है. हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम राम की हर परिस्थितियों में है.
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FIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 19:47 IST