4000 साधु संतों को ट्रस्ट भेज रहा आमंत्रण पत्र, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मेगा इवेंट की तैयारी

सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: अयोध्या में 22 जनवरी को दोपहर 12:20 पर प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. भगवान राम के विराजमान होने से पहले भगवान राम लला की नगरी में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आमंत्रण पत्र के बांटने का भी सिलसिला शुरू कर दिया गया है. डाक विभाग की तरफ से अयोध्या के प्रमुख साधु संतों को  बाकायदा आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. आमंत्रण पत्र राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से भेजा जा रहा है. जिसमें 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर शामिल होने के लिए निवेदन किया गया है.

राम मंदिर ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्राण प्रतिष्ठा के मध्य नगर लगभग 6000 से ज्यादा लोगों को आमंत्रण पत्र पूरे देश में भेजा जा रहा है. जिनमें से 4000 साधु संतों को यह आमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं.  आमंत्रण भेजने की प्रक्रिया अभी से ही शुरू हो चुकी है. प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूर निवेदन किया जा रहा है कि क्या चीज उस दौरान राम मंदिर में नहीं जाएगी, इसका विशेष ध्यान रखें. मोबाइल पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा. इसके साथ ही बड़े संतों से भी आग्रह किया गया है कि छत्र चमर और ठाकुर जी साथ में नहीं जाएंगे. सुरक्षा गार्ड भी प्रवेश नहीं कर सकेगा.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर मेगा इवेंट की तैयारी

राम जन्म भूमि परिसर में 11:00 बजे आमंत्रित सदस्यों को प्रवेश दिया जाएगा और 3 घंटे तक वह राम जन्म भूमि परिसर में मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही लोगों से आग्रह किया जा रहा है की प्राण प्रतिष्ठा के दिन भाव दीपावली मनाई और अपने-अपने यहां धार्मिक अनुष्ठान के साथ रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण भी टीवी और एलईडी के माध्यम से देखें. आमंत्रित महंत विष्णु दास ने कहा कि रामलाल के मंदिर के प्रतिष्ठा के मौके पर मुझे पहले आमंत्रण पत्र मिला है. इसके लिए मैं भाग्यशाली हूं प्राण प्रतिष्ठा में हमें पहले आमंत्रण कार्ड मिला है या ईश्वर की ही कृपा है महंत विष्णु दास ने कहा कि यह निबंध डाक के द्वारा प्राप्त हुआ है.

Tags: Ayodhya ram mandir, Hindi news, Local18, UP news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *