हाइलाइट्स
पाकिस्तान में सरकार ने अंडे की कीमत तय कर रखी है लेकिन बाजार में आम लोगों को उससे कहीं ज्यादा की कीमत पर बेचा जा रहा है.
पाकिस्तान पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मिलाकर कुल 63 ट्रिलियन से ज्यादा का कर्ज है.
लाहौर: पाकिस्तान में आर्थिक परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. आम लोगों को दो वक्त का खाना भी नसीब होना मुश्किल हो गया है. पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में खाने वाली चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं. इसी कड़ी में पाकिस्तान के लाहौर शहर में अंडे की कीमत 400 रुपये दर्जन हो गए हैं. यानी कि एक अंडे की कीमत 33 रुपये पहुंच गई है. एआरवाई न्यूज ने बाजार सूत्रों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है. अंडों का रेट इसलिए बढ़ गया है क्योंकि स्थानीय प्रशासन सरकारी दर सूची को लागू करने में विफल रहा है. क्योंकि अधिकांश वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. अंडे के अलावा प्याज भी महंगा हो गया है.
250 रुपये किलो प्याज और 615 पीकेआर किलो मुर्गा
रिपोर्ट के मुताबिक सरकार 175 रुपये प्रति किलो प्याज का दाम तय किया हुआ है. जबकि बाजार में आम लोगों के 230 से 250 रुपये किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर में प्रति दर्जन अंडों की कीमत पीकेआर 400 तक पहुंच गई है, जबकि चिकन वहां 615 पीकेआर प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा है. पिछले महीने, आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) ने राष्ट्रीय मूल्य निगरानी समिति (एनपीएमसी) को मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने और जमाखोरी और मुनाफाखोरी को रोकने के उपायों के लिए प्रांतीय सरकारों के साथ नियमित समन्वय जारी रखने का निर्देश दिया था.
पाकिस्तान पर बढ़ रहा है कर्ज
एआरवाई न्यूज ने वित्त मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस बयान का हवाला देते हुए बताया कि कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता वित्त, राजस्व और आर्थिक मामलों के कार्यवाहक संघीय मंत्री शमशाद अख्तर ने की. इस बीच, एआरवाई न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में पिछले साल नवंबर के अंत तक पाकिस्तान पर कुल कर्ज का बोझ बढ़कर 63,399 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये (पीकेआर) हो गया है.

63.90 ट्रिलियन का कर्ज पाकिस्तान पर
पीडीएम और कार्यवाहक सरकार के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान का कुल कर्ज 12.430 ट्रिलियन पीकेआर से अधिक बढ़ गया. कुल ऋण बोझ बढ़कर 63.390 ट्रिलियन पीकेआर हो गया, जिसमें घरेलू ऋण में 40.956 ट्रिलियन पीकेआर और अंतर्राष्ट्रीय ऋण में 22.434 ट्रिलियन पीकेआर शामिल है. हाल ही में, विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान का आर्थिक विकास अभिजात वर्ग तक ही सीमित है, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान में आर्थिक संकट के मद्देनजर देश अपने साथी देशों से पिछड़ गया है, पाक वर्नाक्युलर मीडिया ने बताया.
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FIRST PUBLISHED : January 15, 2024, 05:41 IST