प्रिंस भरभूँजा/छतरपुर: छतरपुर जिले के नौगांव नगर निवासी समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी ने बच्चों को नैतिकता का पाठ पढ़ने के लिए अपनी मोटरसाइकिल से 3 लाख किलोमीटर से भी अधिक की यात्रा करके 3000 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों में सामाजिक नैतिकता की संगोष्ठी आयोजित कर चुके हैं. इसमें वह बच्चों को नैतिकता के बारे में बताते हैं और शपथ भी दिलाते हैं कि बच्चे नैतिकता पूर्ण जीवन व्यतीत करेंगे. खास बात यह है कि वह सारे कार्य निजी खर्चे से करते हैं.
असहनशीलता से मिली प्रेरणा
समाजसेवी संतोष गंगेले ने बताया कि समाज में फैली असहनशीलता से उन्हें नैतिकता की शिक्षा देने की प्रेरणा मिली. असहनशीलता के कारण अपराध बढ़ते जा रहे हैं. जिसके कारण नैतिक शिक्षा के प्रचार प्रसार का निश्चय किया और अब वह बच्चों के बीच जाकर नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे हैं ताकि आने वाली पीढ़ी सही दिशा की ओर जा सके.
समाजसेवा के लिए मिले कई पुरस्कार
समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी को कई सम्मान समाजसेवा के लिए मिल चुके हैं. उन्हें कई राष्ट्रीय और दो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी उनका सम्मान हो चुका है. आदर्श शिक्षा रत्न की उपाधि से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है. वही बेहतर समाजसेवा के लिए अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में उनका सम्मान हो चुका है. उनकी समाजसेवा की एक अनोखी बात यह भी है कि वह समाजसेवा के लिए किसी प्रकार से शासकीय मदद नहीं लेते बल्कि स्वयं की अर्जित की हुई संपत्ति से समाज सेवा का कार्य करते हैं.
बेहतर समाज के निर्माण का लिया संकल्प
समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी बताते हैं कि उन्होंने अपने जीवन में हमेशा कर्म को महत्व दिया है. बेहतर समाज का निर्माण हो इसके संकल्प को लेकर आज 66 वर्ष की उम्र में भी वह लगातार समाज के लिए कार्य कर रहे हैं. नैतिक शिक्षा संगोष्ठियों के अलावा यातायात जागरुकता मतदान जागरूकता एवं समाज के बीच आने वाले अवरोधों में भी वह जागरूकता एवं लोगों की सहायता का कार्य करते हैं ताकि बेहतर समाज का निर्माण हो सके और समाज बेहतर ढंग से जीवन यापन कर सके.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 19:47 IST