3 चीजों को ज्यादा खाने की भूल हरगिज न करें, वरना बुढ़ापे में टूटती रहेंगी हड्डियां, महिलाओं को ज्यादा खतरा

Risk of Bone Fractures in Old Age: हड्डियों पर ही हमारे शरीर का पूरा आधार टिका है. हड्डियों के कारण ही हम सीधे तनकर खड़ा हो पाते हैं. जन्म से लेकर जवान होने तक हड्डियां बनती रहती है. 20 साल की उम्र के आसपास नई हड्डियां बननी बंद हो जाती है. लेकिन इसकी मजबूती जरूरी है. हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम, मैंग्नीशियम, मैग्नीज, विटामिन डी सहित कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है. अगर इन चीजों की कमी होंगी तो हड्डियों से कैल्शियम का रिसाव होने लगेगा. इससे हड्डियां कमजोर होंगी और बोन फ्रेक्चर का खतरा बढ़ता जाएगा. ब्रिटिश हेल्थ मिनिस्ट्री की वेबसाइट एनएचएस ने रिसर्च के हवाले से बताया है कि अगर जवानी में विटामिन ए वाले फूड का ज्यादा सेवन किया जाए तो बुढ़ापे में हड्डियां टूटने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है. अक्सर इन्हीं कारणों की वजह से कुछ बुजुर्गों में बोन फ्रेक्चर का ज्यादा खतरा रहता है. ऐसे में एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि जिन चीज में ज्यादा विटामिन ए हो, उनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए.

इन फूड का सेवन कम करें

  • 1. फिश लिवर ऑयल-मछलियां सेहत की लिए अच्छा फूड है लेकिन कुछ मछलियां में तेल बहुत ज्यादा होता है. यानी मछलियों के लिवर में फैट बहुत ज्यादा होता है. इन फैट से तेल निकाला जाता है. बाजार में अलग से फिश ऑयल मिलता है जो कई बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन अगर आप इस तरह की मछलियां ज्यादा खाते हैं जिनमें ऑयल ज्यादा हो तो इससे तत्काल तो कोई नुकसान नहीं दिखेंगे लेकिन ज्यादा उम्र में बोन फ्रेक्चर का खतरा बढ़ जाएगा. एनएचएस के मुताबिक फिश लिवर ऑयल बाद में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को बढ़ा देगा.
  • 2. एनिमल लिवर-मटन-चिकन अधिकांश लोग खाते हैं. इनमें लिवर को कलेजी कहा जाता है. एनएचएस कहता है कि इस एनिमल लिवर का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बुढ़ापे में बोन फ्रेक्चर का खतरा बढ़ जाता है. इस एनिमल लिवर में विटामिन ए बहुत ज्यादा होता है. थोड़ा-बहुत खाने से तो असर नहीं होता है लेकिन नियमित रूप से एनिमल लिवर खाने पर बुढ़ापे में बोन फ्रेक्चर का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा.
  • 3. अंडा-अंडा बेहद पौष्टिक तत्व है लेकिन इसका ज्यादा सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है. आजकल यंग एज में अधिकांश शहरी लोग जिम जाते हैं. और इस दौरान वे बहुत अंडा का सेवन करते हैं. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. अंडा में बहुत अधिक विटामिन ए होता है. विटामिन ए का ज्यादा सेवन बाद में बोन फ्रेक्चर के लिए जिम्मेदार हो सकता है. एक दिन में दो से तीन अंडे का ही सेवन करना चाहिए.

रोजाना कितने विटामिन ए की जरूरत

शरीर में हर तरह के पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा में जरूरत होती है. रोजाना एक वयस्क इंसान को 1.5 मिलीग्राम या 1500 माइक्रोग्राम विटामिन ए की जरूरत होती है. इसस ज्यादा विटामिन ए नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि विटामिन ए पानी में घुलनशील नहीं है. यह वसा में घुलनशील है जिसका पचना मुश्किल हो जाता है.

एनिमल लिवर की जगह क्या खाएं

एनिमल लिवर से कई और परेशानियां भी हो सकती है. इसलिए विटामिन ए की प्राप्ति के लिए हरी सब्जियां भी पर्याप्त है. इसके लिए पालक, गाजर, शकरकंद, पीले फल जैसे कि आम, पपीता या खुबानी आदि का सेवन करना चाहिए.

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