3 घंटे में तैयार होती है ये स्पेशल मिठाई, स्वाद के दीवानों की लगती है लाइन, जानें लोकेशन

निखिल स्वामी/बीकानेर. सर्दी के मौसम में आपने कई तरह के घेवर खाए होंगे, लेकिन कभी आपने रबड़ी और लच्छेदार मलाई का घेवर खाया है. अगर नहीं खाया तो आज हम आपको बताते है कि बीकानेर में स्पेशल सफेद रबड़ी के साथ लच्छेदार मलाई का घेवर मिलता है. इस घेवर को खाने के लिए देशी और विदेशी सैलानी आते है. बीकानेर के इस सफेद रबड़ी और लच्छेदार मलाई की डिमांड इतनी है कि यहां दाऊजी रोड स्थित करणी दान नवलकिशोर की दुकान में काफी भीड़ रहती है. सुबह से शाम तक यहां इस लच्छेदार रबड़ी के घेवर खाने के लिए लाइनें लगी रहती है.

दुकानदार श्याम सुंदर खत्री ने बताया कि पूरे बीकानेर में सिर्फ यही पर लच्छा रबड़ी का घेवर बनाते है. यह दुकान करीब 53 साल पुरानी है. यह रबड़ी का घेवर 460 रुपए किलो बेच रहे है. यहां घेवर खाने के लिए दूर-दूर से लोग आते है. आमतौर पर घेवर का वजन 400 से 500 ग्राम होता है, लेकिन यहां लच्छेदार रबड़ी का घेवर 800 ग्राम का होता है. जिससे एकबार ही इस घेवर को खाने से व्यक्ति का पेट भर जाता है.

घेवर और रबड़ी बनाने में लगता तीन घंटे का समय
वे बताते है कि यहां घेवर और रबड़ी और लच्छेदार मलाई बनाने में तीन घंटे का समय लगता है. यह घेवर पांच मिनट में बनकर तैयार हो जाता है. यह घेवर दूध, मैदा, सूंठ और पानी के मिश्रण से बनता है. इसको घी और तेल में बनाया जाता है. करीब पांच मिनट तक बनने के बाद इसको चासनी में डुबाया जाता है. फिर यह एकदम तैयार हो जाता है.

इसके लिए अलग से भट्टी बनाई जाती है जो यहां आमतौर पर कोयला या लकड़ी पर बनाया जाता है. इसके बाद रबड़ी बनाई जाती है. यह रबड़ी शुद्ध दूध से बनाई है. इस रबड़ी को बनाने में दो से तीन घंटे का समय लगता है. यहां दूध को घोटकर रबड़ी बनाई जाती है. इसके अलावा मलाई के लच्छे लगाए जाते है.

Tags: Food, Local18, Street Food

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