विशाल कुमार/छपरा. कृषि के क्षेत्र में लगातार तकनीक के समावेशन से किसानों के द्वारा खेती करने का रहा आसान हो रहा है. तकनीक की मदद से किसान खेती करने का तरीका भी लगातार बदल रहे हैं. किसान अब तकनीक आधारित नगदी फसल की खेती कर रहे हैं. जिससे किसानों को फसल के बेहतर उत्पादन से लेकर मुनाफा भी हो रहा है.
बिहार में किसान अब तकनीक के उपयोग से पारंपरिक खेती के साथ-साथ कई तरह की नई फसलों को उगाने में कामयाबी हासिल कर रहे हैं. इसी कड़ी में छपरा के किसान भी अब पारंपरिक खेती की बजाए सब्जी की खेती करने लगे हैं. छपरा के रिविलगंज प्रखंड अंतर्गत अजमेरगंज गांव के किसान लड्डू महतो 27 कट्ठे में उन्नत वैरायटी की भिंडी की खेती कर रहे हैं. इसमें फलन भी बेहतर हो रहा है और रोजाना कमाई भी हो रही है.
27 कट्ठे में लड्डू कर रहे हैं भिंडी की खेती
किसान लड्डू महतो ने बताया कि बचपन से पिताजी के साथ खेती कर रहे हैं. कुछ दिनों तक पारंपरिक तरीके से खेती की, लेकिन मुनाफा अधिक नहीं हो पा रहा था. इसलिए सब्जी की खेती शुरू कर दी. अभी फिलहाल 27 कट्ठे में भिंडी की खेती कर रहे हैं. इसी भिंडी की खेती के सहारे परिवार का भरण-पोषण भी कर रहे हैं. कमाई का मुख्य जरिया सब्जी की खेती हीं है.लड्डू महतो ने बताया कि इस बार श्री विधि तरीके से राधिका वैरायटी की भिंडी खेत में लगाए हैं. जिसमें फलन काफी अच्छा हो रहा है और प्रत्येक दिन एक से डेढ़ क्विंटल भिंडी तोड़कर मार्केट में बेच लेते हैं.
भिंडी से रोजाना 3500 रुपए की हो रही है कमाई
किसान लड्डू महतो ने बताया कि उन्नत वैरायटी की भिड़ी की खेती कर रहे हैं. शानदार फलन भी हो रहा है. रोजाना डेढ़ क्विंटल भिंडी खेत से निकल रहा है. बाजार में अच्छी कीमत भी मिल रही है. रोजाना लगभग 3500 रुपए की भिंडी लोकल मार्केट में बिक जा रही है. उन्होंने बताया कि व्यापारी को भिंडी देने की बजाए खुद से ही बाजार ले जाकर बिक्री करते हैं. यही वजह है कि मुनाफा अधिक हो जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 2, 2023, 23:18 IST